पांचवे दिन भी रेल पटरी पर जमे रहे गुर्जर
सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहे गुर्जरों ने पांचवें दिन सोमवार को भी भरतपुर के पीलूकापुरा रेलवे पटरी पर कब्जा बरकरार रखा। राजस्थान के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन शुरू कर सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया।
जयपुर [ब्यूरो]। सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहे गुर्जरों ने पांचवें दिन सोमवार को भी भरतपुर के पीलूकापुरा रेलवे पटरी पर कब्जा बरकरार रखा। राजस्थान के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन शुरू कर सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया।
जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को खुलवाने के लिए आंदोलनकारियों और ग्रामीणों के बीच सिकंदरा चौराहे पर संघर्ष हुआ। इस दौरान पथराव में तीन महिलाओं सहित करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। ग्रामीणों ने राजमार्ग खाली करवा लिया लेकिन देर रात राजमार्ग वापस बंद हो गया।
गुर्जरों ने दुकानों में भी तोडफ़ोड़ की। हालात बिगड़ते देख केंद्र सरकार ने अर्धसैनिक बलों की 14 टुकडिय़ां पूरे प्रदेश में तैनात कर दी हैं।
वार्ता का मसौदा तैयार
राज्य सरकार ने गुर्जर नेताओं को नए सिरे से वार्ता का न्योता भेजने के साथ बातचीत का मसौदा भी तैयार कर लिया है। सरकार ने गुर्जरों को दोपहर तीन बजे सचिवालय में वार्ता के लिए बुलाया था। तीन मंत्री गुर्जरों का इंतजार करते रहे, लेकिन वे नहीं आए। गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि सरकार ने हमारे ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया, इसलिए वार्ता संभव नहीं। लेकिन कुछ समय बाद ही उन्होंने कहा कि वे वार्ता को तैयार है, लेकिन बातचीत भरतपुर अथवा बयाना में ही होगी।
गुर्जर नेताओं के घर छापा
सरकार ने गुर्जरों को वार्ता के न्योते के साथ दबाव की रणनीति पर भी काम शुरू कर दिया है। पुलिस ने वरिष्ठ गुर्जर नेता हिम्मत सिंह सहित कई लोगों के घर और फार्म हाउस पर छापा मारे। हालांकि पुलिस को कामयाबी नहीं मिली। इससे पहले बैंसला समेत दो हजार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
45 ट्रेनें रद
दिल्ली-मुंबई रूट की 45 ट्रेनें आंदोलन के कारण रद की जा चुकी हैं और 85 ट्रेनों के मार्ग को परिवर्तित किया गया है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।