मौसम की मार से 26 जिलों की 50 फीसदी फसल खराब
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान में हुई बेमौसम ओलावृष्टि और बारिश से 26 जिलों में फसल बर्बाद हो
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान में हुई बेमौसम ओलावृष्टि और बारिश से 26 जिलों में फसल बर्बाद हो गई। बारिश से हुई फसलों की तबाही पर आज राज्य विधानसभा में प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा की गई। विधायकों ने तबाही पर चिंता जताते हुए एक माह का वेतन किसानों के राहत पैकेज के लिए देने की घोषणा की।
चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार को किसानों की चिंता है। उन्होंने कहा कि राहत पैकेज के तहत जनहानि पर डेढ़ लाख रूपए, फसल खराबे पर जिला कलेक्टरों से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर, कुल मिलाकर तीन लाख रूपए दिए जाएंगे।
विधान सभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह ने मामले को उठाते हुए आसन से मांग की कि प्रदेश में अतिवृष्टि से तबाही के हालात है, ऐसी स्थिति में प्रश्नकाल स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा करवाई जानी चाहिए, जिसका सत्ता और प्रतिपक्ष दोनों के सदस्यों ने समर्थन किया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा की व्यवस्था दी। इस दौरान कुछ विधायक गेहूं की खराब हुई फसल को सदन में लेकर आए।
चर्चा की शुरुआत में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने अपने वक्तव्य में बताया कि 4247 गांवों में 25 एमएम से ज्यादा बारिश और ओलावृष्टि हुई है। इनमें से 3102 गांव ऐसे है, जहां पचास फीसदी से ज्यादा फसल खराब हुई है। राज्य के सभी विधायक अगले दो दिन अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे,इसके लिए दो दिन विधानसभा की बैठकें नहीं होगी।
जानकारी के अनुसार बारिश से आठ जिलों में जीरे की 90 प्रतिशत फसल खराब हो गई। वहीं ईसबगोल की 80 प्रतिशत, गेंहू, जौ एवं सरसों 80 प्रतिशत तक खराब हो गई।