आधा दर्जन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। लोकसभा चुनाव में राजस्थान की आधा दर्जन सीटों पर त्रिकोणात्मक मुकाबला होगा। प्रदेश की कई लोकसभा सीटाें पर मतदान से चार दिन पूर्व जो हालात बन रहे हैं उसके अनुसार कहीं बागी तो कहीं निर्दलीय मुकाबले को रोचक बनाने के लिए दम ठोक चुके हैं।
भाजपा के बागी पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह ने बाड़मेर में तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने सीकर में मुकाबले को त्रिकोणात्मक बनाया है। भाजपा ने दोनों को पार्टी से निकाल दिया है। बाड़मेर में भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह की अनदेखी कर कांग्रेस से आए कर्नल सोनाराम को उम्मीदवार बना दिया जिसके खिलाफ सिंह ने बागी होकर ताल ठोक दी।
कांग्रेस ने सांसद हरीश चौधरी को मैदान में उतारा है। भाजपा ने यहां प्रधानमंत्री के दावेदार नरेन्द्र मोदी की सभा आयोजित करा कर सिंह को घेरने का प्रयास किया है। जसवंत सिंह के साथ भाजपा के राजपूत, सिंधी मुसलमान सहित अन्य जातियां लगी हुई है।
सीकर से भाजपा ने बाबा रामदेव की सिफारिश पर बाबा सुमेधानंद को मैदान में उतारा है। इसके विरोध में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने ताल ठोक दी है। स्थानीय कार्यकर्ता बाबा को बाहरी बता रहे हैं तथा महरिया का पक्ष ले रहे हैं। अनुशासन के डंडे के कारण अब कार्यकर्ता वापस पार्टी की ओर लौट रहे हैं। कांग्रेस में भी विद्युत वितरण निगम के अधिकारी पीसी जाट को उम्मीदवार बनाया है जिससे पार्टी के कार्यकर्ता नाराज है। माकपा के अमराराम ने मुकाबले को त्रिकोणात्मक बना दिया।
जयपुर ग्रामीण में नेशनल पीपुल्स पार्टी के नवीन पिलानिया ने मुकाबले को त्रिकोणात्मक बना दिया। भाजपा ने यहां से अन्तरराज्यीय तीरंदाज राजवर्द्धन सिंह को उम्मीदवार बनाया है जिसके मुकाबले कांग्रेस ने राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी को खड़ा किया है। डॉ. जोशी पिछली बार भीलवाड़ा से जीतकर केन्द्रीय मंत्री बने थे। इस बार केन्द्रीय मंत्री लालचंद कटारिया ने जयपुर ग्रामीण से सीट छोड़कर डॉ. जोशी को मैदान में उतरवाया है।
झुंझुनूं में भाजपा की संतोष अहलावत तथा कांग्रेस की राजबाला ओला के सामने निर्दलीय विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा ने मुकाबले को त्रिलोकात्मक बना दिया है। डॉ. शर्मा ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर नवलगढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। डॉ. शर्मा को अब भी गैर जाटों के मतों पर चुनाव जीतने का भरोसा है।
भाजपा की संतोष अहलावत सूरजगढ़ से विधायक है जबकि राजबाला के ससुर शीशराम ओला यहां से सांसद रह कर केन्द्र में मंत्री थे। हाल ही में उनको निधन हो गया।
जालोर में भाजपा के सांसद देवजी पटेल तथा कांग्रेस के उदयलाल आंजना के बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री बूटा सिंह ने समाजवादी पार्टी की टिकट पर मैदान में उतर कर मुकाबले को त्रिकोणात्मक बना दिया है।
दौसा में भाजपा के हरीश मीणा और कांग्रेस के केन्द्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा के साथ एन.पी.पी. के डॉ. किरोड़ीलाल मीणा चुनाव मैदान में उतरे,यहां मुकाबला कांटे का नजर आ रहा है। इसी तरह टोंक में कांग्रेस के मोहम्मद अजहरुद्दीन तथा भाजपा के सुखवीर सिंह जौनपुरिया के बीच कांटे की टक्कर है।