फर्जी लाइसेंस बनवाने के आरोप में 10 गिरफ्तार,17 हिरासत में
इसी दौरान सामने आया कि गिरोह का मास्टर माइंड अजमेर निवासी जुबेर जम्मू से फर्जी लाइसेंस बनवा रहा है । उसके साथ एक दर्जन लोग शामिल है ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता]। जम्मू-कश्मीर से हथियारों के फर्जी लाइसेंस बनवाने और अवैध हथियार बेचने वाले वाले अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े 10 लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही 17 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासात में लिया गया है।
राजस्थान एटीएस ने प्रदेश के 7 जिलो में एक साथ छापेमार कर ये गिरफ्तारियां की,इन जिलों में अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त के ठिकानों पर भी छापा मारा गया । राजस्थान,पंजाब और जम्मू से जुड़ी इस गैंग का मास्टरमांइड अजमेर निवासी मो.जुबेर से पूछताछ के बाद इन लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इसी गैंग से जुड़े पंजाब निवासी राहुल ग्रोवर और विशाल से पूछताछ के बाद इन दोनों राज्यों की पुलिस से सम्पर्क साधा गया है । एटीएस की टीम राहुल और विशाल को लेकर शुक्रवार को पंजाब गई है,वहां छानबीन के बाद टीम दोनों को लेकर जम्मू जाएगी।
एटीएस ने राजस्थान के उदयपुर,अजमेर,चित्तोडगढ़ और सिरोही से जिन लोगों को गिरफ्तार अथवा हिरासत में लिया है उनमें मार्बल व्यापारी,राजनीतिक दलों से जुड़े कार्यकर्ता,शराब व्यापारी,भू-कारोबारी और अपराधिक प्रकृति के लोग शामिल है ।
जांच में सामने आया कि गिरोह ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इन लोगों के जम्मू से हथियारों के लाइसेंस बनवाए। इसके बदले 3 से 5 लाख रूपए तक वसूले गए । लाइसेंस बनवाने से पहले यह शर्त रखी जाती थी कि हथियार भी गैंग के सदस्यों से ही खरीदे जाएंगे । गैंग के सदस्य मध्यप्रदेश में चलने वाली अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रयों से हथियार लाकर लाइसेंस बनवाने वालों को देते थ । एटीएस के महानिरीक्षक बीजू जार्ज जोसफ ने बताया कि गिरफ्तार 10 लोगों के पास से फर्जी लाइसेंस एवं अवैध हथियार मिले है ।
आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ।एटीएस के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि मुखबीर से जानकारी मिलने के बाद इस गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए चार माह पूर्व आॅपरेशन जुबेदा शुरू किया गया था । इसी दौरान सामने आया कि गिरोह का मास्टर माइंड अजमेर निवासी जुबेर जम्मू से फर्जी लाइसेंस बनवा रहा है । उसके साथ राहुल और विकास सहित एक दर्जन लोग शामिल है । जानकारी पुख्ता होने के बाद 30 अगस्त को अजमेर में छापा मारा गया और फिर गिरफ्तारियों का दौर शुरू हुआ । यह गिरोह राजस्थान के साथ ही मध्यप्रदेश,पंजाब,जम्मू में सक्रिय था ।