चूसलेवड़ स्कूल के सभी बच्चे फेल व कंपार्टमेंट
जागरण संवाददाता, तरनतारन : सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए हर वर्ष कई योजनाओं पर
जागरण संवाददाता, तरनतारन : सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए हर वर्ष कई योजनाओं पर करोड़ों की राशि खर्च की जाती है। परंतु तरनतारन जिले के गांव चूसलेवड़ के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के आए परिणामों में सरकारी योजनाओं पर पानी फेर दिया।
गांव चूसलेवड़ के स्कूल में पट्टी मोड़, बरवाला, दुबली सहित आधा दर्जन गांवों से बच्चे पढ़ाई के लिए आते हैं। स्कूल में विभाग द्वारा स्टाफ को हर तरह की सहूलियत मुहैया करवाई जाती है। हाल ही में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित किए मेट्रिक के परिणामों में स्कूल के स्टाफ की कार्यप्रणाली पर सवाल तो खड़े किए ही हैं। इस स्कूल का मेट्रिक का सेंटर गांव घरियाला में बनाया गया था, यहां पर विभाग द्वारा नकल पर नकेल डालने में कसर नहीं छोड़ी गई। स्कूल के कुल 55 विद्यार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी, जिनमें 18 बच्चे फेल हो गए, बाकी के सभी 37 की कंपार्टमेंट आई हैं। मैट्रिक के परिणामों ने सभी को हैरानी में डाल दिया।
प्रिंसिपल से रिपोर्ट ली जाएगी : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी परमजीत सिंह ने कहा कि गांव चूसलेवड़ के स्कूल के परिणामों के बारे में जानकारी मिली है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी प्रिंसिपल नीलम कुमारी से रिपोर्ट ली जाएगी। रिपोर्ट में जो भी त्रुटि पाई जाएगी, उसके मुताबिक विभागीय कार्रवाई होगी।