नौकरी से निकाले मुलाजिमों के विरोध में दिया धरना
जागरण संवाददाता, संगरूर आउटसोर्सिग के जरिए रखे फायर ब्रिगेड व स्ट्रीट लाइट वर्करों को निकालने पर धरना दिया।
जागरण संवाददाता, संगरूर
आउटसोर्सिग के जरिए रखे फायर ब्रिगेड व स्ट्रीट लाइट वर्करों को नौकरी से निकालने के विरोध में नगर कौंसिल में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर धरना दिया गया। धरने का नेतृत्व करते हुए पंजाब स्टेट कर्मचारी दल जिला संगरूर के जिला प्रधान जरनैल ¨सह संधू ने कहा कि कमेटी द्वारा आउटसोर्सिग प्रणाली द्वारा रखे गए मुलाजिमों को नौकरी से निकाल दिया गया है। जबकि इन कर्मचारियों की विभाग में काफी जरूरत है। स्टेशन फायर अधिकारी ने बकायदा अपने पत्र में कार्यसाधक अधिकारी को लिखा है कि इस समय कम से कम 55 कर्मचारियों की जरूरत है। पत्र में अधिकारी ने साफ तौर पर लिखा है कि अगर कोई हादसा होता है, तो उसके लिए उनकी कोई जिम्मेवारी नहीं होगी। इसी प्रकार स्टेट लाइट में कर्मचारी न होने से शहर की स्ट्रीट लाइट का काम पूरी तरह से ठप होकर रह गया है।
उन्होंने कहा कि लुधियाना, सूलर व सुनाम की घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री व विभागीय मंत्री का साफ निर्देश है कि स्टाफ की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। जबकि कमेटी इन आदेशों को ठेंगा दिखाकर नौकरियों से मुलाजिमों को निकाल रही है।
धरने को संबोधित करते हुए संधू ने कहा कि अगर कर्मचारियों को इंसाफ न दिलाया गया तो तीखा संघर्ष किया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी कार्यसाधक अधिकारी की होगी। इस मौके धरना देने वालों में निर्मल ¨सह, जिला महासचिव परमजीत ¨सह, पवित्र ¨सह, शाम सुंदर, अवतार ¨सह, गुरमीत बेनड़ा, बलदेव ¨सह, जसवंत ¨सह, सर्वजीत ¨सह सुनाम, सोमनाथ, सुखपाल ¨सह, गुरजंट ¨सह, गुरदास ¨सह व राजवीर ¨सह मौजूद थे।
कार्यसाधक अधिकारी अमृत लाल का कहना है कि जिन मुलाजिमों को नौकरी से निकाला गया है, उनका समय पूरा हो चुका था। फिर से इस संबंधी एजेंडा तैयार कर भर्ती की जाएगी। कौंसिल द्वारा महज 10 मुलाजिमों को रखने का प्रावधान है। इससे ज्यादा वह नहीं रख सकते। फायर अधिकारी द्वारा सौंपे गए पत्र सबंधी उन्होंने कहा कि पत्र अभी तक उन्हें नहीं मिल पाया है।