सफेद हाथी बनी गोशाला, सड़कों पर घूम रहे 4 हजार पशु
मनदीप कुमार, संगरूर : शहर की सड़कें हो या गांवों के खेत हर जगह बेसहारा गायों व सांडो
मनदीप कुमार, संगरूर : शहर की सड़कें हो या गांवों के खेत हर जगह बेसहारा गायों व सांडों के झूंड घूमते दिखाई दे रहे हैं। सड़कों पर घूमते यह बेसहारा पशु जहां हर दिन सड़क हादसों का सबब बन रहे हैं, वहीं खेतों में घूस कर पशु किसानों को फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। शहर निवासियों से लेकर ग्रामीण व किसान इनके आतंक से बेहद परेशान हैं। बार-बार सरकार से इन बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन किसी प्रकार से भी राहत की कोई किरण दिखाई नहीं दे रहे है। सरकार, प्रशासन व नगर कौंसिल की इस नाकामी की वजह से जिले भर के चार हजार से अधिक बेसहारा पशुओं का शहर व गांवों में घूमने को मजबूर हैं। बेशक सरकार ने बेसहारा पशुओं की समस्या के हल के लिए गांव झनेड़ी में 25 एकड़ जमीन पर गोशाला का निर्माण करवाया है, लेकिन एक वर्ष का समय बीच जाने के बावजूद भी प्रबंध पूरे न होने के कारण यह गोशाला सफेद हाथी बनी हुई है।
रात के समय मौत बनकर सड़कों पर चलते हैं पशु
शहर के शहीद भगत ¨सह चौक, रणबीर क्लब रोड, बीएसएनएल पार्क से नानकियाना चौक, अदालत रोड, सुनामी गेट, पटियाला गेट, नाभा गेट व धूरी गेट मेन बाजार, सिविल अस्पताल के बाहर मेन रोड, रेलवे स्टेशन रोड, अजीत नगर रोड, रणबीर कालेज रोड, प्रताप नगर, कोला पार्क, गुगा माडी रोड शहर के ऐसे खतरनाक जगह बन चुके हैं, जहां दिन-रात भारी संख्या में बेसहारा गाय व सांडों के झूंड घूमते रहते हैं।
किसान खेत में रात गुजरने को मजबूर
भाकियू एकता उगराहां के प्रधान जो¨गदर ¨सह उगराहां, दिलबाग ¨सह हरीगढ़, अमरीक ¨सह गंढुआं का कहना है कि सरकार ने जिले में करोड़ों रुपये की लागत से गोशाला का निर्माण तो करवाया, लेकिन अन्य प्रबंधों न करने की वजह से गोशाला किसी काम नहीं आ पाई है। गांवों में बेसहारा पशुओं की तादाद सैकड़ों में हैं, जो हर दिन खेतों में दाखिल होकर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। अपनी फसलों को बचाने के लिए किसानों को रात खेतों में गुजारनी पड़ती है।
गोशाला में पशु छोड़ने पर केस दर्ज हुआ
लोक भलाई संघर्ष कमेटी के प्रधान गुरनाम ¨सह ¨भडर ने बेसहारा पशुओं को गोशाला में छोड़ने का बीड़ा उठाते हुए गत वर्ष कुछ पशुओं को झनेड़ी की गोशाला में छोड़ने का प्रयास किया, लेकिन ऐसे करने पर पुलिस ने ही उनके सहित उनके साथियों खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
उद्घाटन के बाद भी नहीं चली गोशाला
झनेड़ी में 2 करोड़ की लागत से 25 एकड़ जमीन पर बनी गौशाला का उपमुख्यमंत्री सुखबीर ¨सह बादल ने 18 नवंबर को उद्घाटन कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद अभी तक गौशाला आरंभ नहीं हो पाई। अभी भी केवल 50 पशु इस गौशाला में पहुंचे, जबकि 4 हजार के करीब जिले भर में घूम रहे हैं।
जल्द शुरू होगी गोशाला : एडीसी
एडीसी रा¨जदर बत्तरा ने कहा कि गोशाला में हर प्रकार का प्रबंध सरकार की ओर से मिले फंडों के जरिये किया जा रहा है। प्रबंध मुकम्मल होते ही पशुओं को गोशाला में पहुंचाया जाएगा। पहले चरण में 500 के करीब पशु रखे जाएंगे, जिसके बाद धीरे-धीरे जिले भर को कवर किया जाएगा।