समाज के लिए संजीवनी बूटी का कार्य करता है बाल साहित्य: तूर
जागरण संवाददाता, संगरूर मालवा लिखारी सभा द्वारा आदर्श माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में करव
जागरण संवाददाता, संगरूर
मालवा लिखारी सभा द्वारा आदर्श माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में करवाए साहित्यिक समागम में जगजीत ¨सह लड्डा के दो बाल गजल संग्रह रूख देण सुख व पंछी करन कलोल लोकार्पण किए गए। सभा के सरपरस्त दलबार ¨सह चट्ठे सेखवां की प्रधानगी में हुए इस समागम में मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे स्कूल के ¨प्रसिपल जोगा ¨सह तूर ने कहा कि बाल साहित्य बच्चों साहित्यक रुचि पैदा करने के साथ-साथ उन्हें प्रेरित करके समाज के लिए संजीवनी बूटी का कार्य करता है। स्कूल की तरफ से बेहद कम फीस लेकर शैक्षणिक क्षेत्र में दिए जा रहे महत्वपूर्ण योगदान की चर्चा करते उन्हें जगजीत ¨सह लड्डा की बाल ग•ालों की पुस्तकों की भरपूर प्रशंसा की। दलबार ¨सह चट्ठे सेखवां ने कहा कि बाल साहित्य में पहली बार ग•ाल विधा लाने वाले जगजीत ¨सह लड्डा का बाल कावि पंजाबी साहित्य जगत में मील पत्थर होने के सामर्थ है। स्कूल के सचिव रा¨जदर कुमार दानिया ने कहा कि बाल साहित्य समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। इस मौके पर सुख¨वदर कौर, मूल चंद, जंगीर ¨सह, कर्म ¨सह, भू¨पदर ¨सह, सुख¨वदर ¨सह, सरबजीत ¨सह, रजनी बाला, जश्नप्रीत कौर, सुरजीत, कुलवंत ¨सह, सुखदेव ¨सह, मिल्खा ¨सह, भोला ¨सह, लाभ ¨सह, भू¨पदर नागपाल, बल¨जदर इलवाल, जगदेव ¨सह, बल¨वदर ¨सह, सुनील, सुख¨वदर ¨सह, गुरध्यान ¨सह आदि उपस्थित थे।