आरटीआई के दायरे में हों नेताओं के फंड: श्याम लाल
जागरण संवाददाता, संगरूर आरटीआइ कार्यकर्ता संघ संगरूर ने राजनेताओं के फंड आरटीआइ
जागरण संवाददाता, संगरूर
आरटीआइ कार्यकर्ता संघ संगरूर ने राजनेताओं के फंड आरटीआइ के दायरे में लाने की मांग को लेकर लोगों के हस्ताक्षर करवाकर राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजने का फैसला किया है। आरटीआइ कार्यकर्ता श्याम लाल ¨सगला ने बताया कि हर भारतीय नागरिक के लिए यह ¨चता का विषय है कि पिछले पांच वर्षों के दौरान कांग्रेस, शिअद भाजपा से संबंधित विधायकों की जायदाद में क्रमवार 35.64, 17.26 व 0.44 फीसदी इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार यह 55 विधायक 1 करोड़ से 170 करोड़ तक की जायदाद के मालिक हैं। इनके बारे में पूरी सूचना लेने के लिए जरूरी हो जाता है कि इन्हें आरटीआइ एक्ट के दायरे में लाया जाए, इसलिए आरटीआइ कार्यकर्ता संघ ने फैसला किया है कि अधिक से अधिक लोगों के हस्ताक्षर करवाकर राष्ट्रपति से अपील की जाए कि राजनीतिक पार्टियों व राजनीतिक लोग आरटीआइ एक्ट के दायरे में आएं।
¨सगला ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस सहित 6 राष्ट्रीय पार्टियों की आमदन बहुत बढ़ी है। सियासी पार्टियों द्वारा दिखाए गए अपनी आमदन के फंड के विवरण में से दो तिहाई पूंजी के स्त्रोत की कोई जानकारी नहीं है। लोगों से स्त्रोतों को छिपाना सरासर धोखा है। यह स्त्रोत भी आरटीआइ के दायरे में आने चाहिए। राजनीतिक पार्टियों को चाहिए कि पैसे का हिसाब आरटीआइ के जरिए लोगों की कचहरी में रखें। राजनेता आटा, दाल, घी, चीनी के नाम पर लोगों को गुमराह करके अधिक से अधिक वोट लेना चाहते हैं। यह राजनीतिक गंदापन खत्म होना चाहिए। वोटरों को राजनीतिक नेताओं से मांग करनी चाहिए कि वह खुद पर भी आरटीआइ कानून लागू करें, क्योंकि पारदर्शिता के बिना अंधकार ही फैलेगा।