26 लाख की फिरौती लेने वाले गिरोह के चार सदस्य काबू
जागरण संवाददाता, संगरूर : पहले कई दिन तक रेकी की, फिर फिल्मी अंदाज में अपने भट्ठे की तरफ जा रह
जागरण संवाददाता, संगरूर :
पहले कई दिन तक रेकी की, फिर फिल्मी अंदाज में अपने भट्ठे की तरफ जा रहे आढ़ती कपिल देव को 17 जुलाई को एक गाड़ी आगे व एक गाड़ी पीछे लगाकर चोक किया। बाद में अपहरण कर किराये के कमरे में ले गए।
अपहरणकर्ताओं ने सवा करोड़ रुपये की फिरौती मांगी और 26 लाख रुपये मिलने के बाद यह कहकर छोड़ दिया कि बाकी बाद में दे देना। घबराए कपिलदेव घर पहुंचे और आपबीती रिश्तेदारों को सुनाई। रिश्तेदारों ने साहस कर दो दिन बाद 20 जुलाई को पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और 26 को चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 15 लाख रुपये रिकवर कर लिए। हालांकि, अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दो आरोपी दूर हैं और 11 लाख रुपये की रिकवरी बाकी है।
एसएसपी मनदीप ¨सह सिद्धू ने ने कहा कि आढ़ती कपिलदेव को अगवा कर 26 लाख रुपये की फिरौती लेकर छोड़ने वाले गिरोह के चार सदस्यों को 15 लाख रुपये की नगदी समेत काबू किया गया है। अपहरणकर्ताओं ने आढ़ती दिड़बा निवासी कपिल देव पुत्र हेमराज को गांव कैंपर की ओर जाते समय कार समेत अगवा कर लिया था। अपहरणकर्ताओं द्वारा परिवार से सवा करोड़ रुपये फिरौती की रकम मांगी गई थी, जिसमें से 26 लाख रुपये लेकर उसे कार समेत छोड़ दिया था। जिसके उपरांत पुलिस को शिकायत करने उपरांत एसपी (इंवेस्टीगेशन), डीएसपी दिड़बा, इंस्पेक्टर हर¨वदर ¨सह इंचार्ज सीआईए स्टाफ व थाना इंचार्ज दिड़बा के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान कुल¨वदर ¨सह उर्फ काला पुत्र दर्शन ¨सह गांव कैंपर, र¨वदर ¨सह उर्फ विक्की पुत्र नच्छतर ¨सह गांव कुलार खुर्द, हैप्पी ¨सह उर्फ डॉक्टर गांव दीवानगढ़ कैंपर, बेअंत ¨सह उर्फ गग्गी पुत्र राम ¨सह गांव छाजली, रणजीत ¨सह पुत्र पूर्ण ¨सह गांव कौहरियां व गुरप्यार ¨सह पुत्र दर्शन ¨सह गांव उगराहां के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। गांव कमालपुर के पास नाकाबंदी के दौरान कुल¨वदर ¨सह उर्फ काला, र¨वदर ¨सह उर्फ विक्की, हैप्पी उर्फ डॉक्टर व बेअंत ¨सह को कार समेत काबू कर लिया। पूछताछ के दौरान उक्त लोगों के पास से फिरौती ली गई रकम में से 15 लाख की नकदी, एक रिवाल्वर, एक देसी पिस्टल, 3 कारतूस 32 बोर, मोटरसाइकिल, एक सोने की अंगूठी, एक चांदी का कड़ा बरामद किया गया, जबकि दो नामजद आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। सिद्धू ने कहा कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है व बाकी की रकम भी बरामद करवाई जाएगी।
नहीं इस्तेमान किया अपना मोबाइल
उन्होंने कहा कि आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले में देखने वाली बात यह रही कि आरोपियों ने पूरे घटनाक्रम दौरान अपना मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया। यही नहीं, घटना दौरान कोई भी आरोपी अपना मोबाइल साथ लेकर नहीं गया। पूरी बातचीत कपिलदेव के मोबाइल के माध्यम से होती रही। सभी आरोपी जेल में ही एक दूसरे के संपर्क में आए थे।
बेहतर कार्य के लिए मिलेगा डीजीपी कमोडेशन डिस्क अवार्ड
एसएसपी सिद्धू ने कहा कि मामले को हल करने के मामले में टीम की कारगुजारी प्रशंसनीय है। मामले को हल करने में अहम भूमिका निभाने वाले एसपी हरमीत ¨सह हुंदल, डीएसपी योगेश कुमार को डीजीपी डिस्क से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही इंस्पेक्टर पुष्पइंदर ¨सह, इंस्पेक्टर हर¨वदर ¨सह, सहायक थानेदार कर्म ¨सह, हवलदार बलवीर ¨सह, सिपाही अमनदीप ¨सह, होमगार्ड जवान होशियार ¨सह व होमगार्ड जवान अमरीक ¨सह को 5000-5000 रुपये नकद इनाम डीजीपी द्वारा मंजूर किए गए है।