पानी की बूंद-बूंद को तरसे लोग, सप्लाई ठप
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर शहर में पानी को लेकर पिछले तीन दिनों से हाहाकार मची हुई है
अरूण कुमार पुरी, रूपनगर
शहर में पानी को लेकर पिछले तीन दिनों से हाहाकार मची हुई है। शहर के जिन घरों में अपने बोर करवाए हुए हैं उन घरों व उच्च अधिकारियों के घरों को छोड़ शहर के किसी भी घर में तीन दिन से पानी की एक बूंद भी नहीं आई है। मजबूरी के मारे लोग घरेलू उपयोग के लिए भाखड़ा नहर तथा हैड वर्क्स के पास ठंडी खूही से पानी लाने को मजबूर हो चुके हैं। भाखड़ा नहर पर खतरा होने के कारण ठंडी खूही पर ही लोगों की सबसे अधिक भीड़ देखी जा सकती है, जहां सुबह चार बजे ही पानी के लिए लाइन लगनी शुरू हो जाती है जबकि पानी की ढुलाई रात लगभग 12 बजे तक जारी रहती है। हालांकि कौंसिल टैंकरों के माध्यम से शहर के अंदर पानी सप्लाई कर रही है, लेकिन गर्मी के मौसम में पानी की जरूरत को पूरा कर पाना कौंसिल के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। लगभग 56 हजार की आबादी वाले इस शहर में अफसरों के अलावा छह-सात हजार लोग ही ऐसे हैं, जिनके पास बोर के माध्यम से पानी उपलब्ध है, जबकि शेष को इधर उधर से पानी की ढुलाई करनी पड़ रही है।
कौंसिल के साइफन में आई खराबी
शहर वासियों को पानी की मुख्य सप्लाई ज्ञानी जैल ¨सह नगर के मुख्य वाटर वर्क्स से होती है। मुख्य वाटर वर्क्स में पानी की आपूर्ति भाखड़ा नहर में कौंसिल की ओर से डाले गए साइफन के माध्यम से होती है। इस साइफन के खराब होने के कारण आज शहर अंदर पानी को लेकर हाहाकार मची हुई है। हालांकि नगर कौंसिल साइफन खराब होने का कारण नहीं बता रही है, लेकिन विभाग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीबीएमबी की ओर से भाखड़ा नहर का जलस्तर घटाने के बाद नहर से उठने वाला सारा कचरा साइफन में जाने से यह खराबी आई है। कौंसिल के एसडीओ हरप्रीत ¨सह सहित वाटर सप्लाई के प्रभारी राहुल तथा प्रभ दयाल ¨पकी ने बताया कि साइफन में तकनीकी खराबी के कारण वाटर सप्लाई प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि भाखड़ा नहर से जेसीबी मशीन के माध्यम से साइफन के बड़े-बड़े पाइप निकाले जा चुके हैं व ठीक करने के प्रयास जारी हैं।
युद्ध स्तर पर जारी है रिपेयर : माक्कड़
नगर कौंसिल के अध्यक्ष परमजीत ¨सह माक्कड़ ने कहा कि रिपेयर का काम युद्ध स्तर पर जारी है तथा उम्मीद जताई कि कल शाम तक सारे सिस्टम को ठीक करते हुए वाटर सप्लाई चालू हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को उनकी जरूरत के अनुसार पानी टैंकरों द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है जबकि वे खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यहां एक अतिरिक्त साइफन लगाने बारे जल्द ही विशेषज्ञों से सलाह की जाएगी तथा अगर मंजूरी मिली तो अतिरिक्त साइफन समस्या का स्थाई समाधान करवा दिया जाएगा।