शहरनामा रूपनगर
कदों तोड़णिया बोतला नेताजी झाड़ू वाली पार्टी के नेताजी खुलेआम जो मर्जी बयानबाजी कर देते हैं
कदों तोड़णिया बोतला नेताजी
झाड़ू वाली पार्टी के नेताजी खुलेआम जो मर्जी बयानबाजी कर देते हैं। वो ये नहीं सोचते कि अब वो एक क्षेत्र की नुमाइंदगी उनके हाथ है। उनकी खास बात ये भी है कि वो ऐसी बयानबाजी करके फिर भूल भी जाते हैं। इससे इलाके के लोगों में उनकी साख को धक्का लग रहा है। अवैध माइनिंग के मुद्दे को उठाने का उनको पालीटिक्ल माइलेज तो क्या मिलना था,इलाके के उस ड्राईवर व टिप्पर आपरेटर वर्ग की नाराजगी झेलनी पड़ रही है जिनके टिप्पर इन दिनों खड़े हो गए हैं। माइनिंग को लेकर प्रशासन की सख्ती के कारण टिप्परों को काम मिलने की रफ्तार कम हो गई है। हाल ही में एक शराब के ठेके को लेकर चल रहे विरोध कार्यक्त्रम में नेताजी ने एक्साइज विभाग के अधिकारी को फोन करके कह दिया था कि अज्ज शाम तक शराब दे ठेके नूं एैथों हटा लो नई ता मैं आप शराब दे ठेके दिया बोतला भन्न देणिया। फैर देखया जाऊ जो नुकसान होऊ। नेताजी ने ये बात मीडिया के सामने की। अब देखना ये होगा कि नेताजी कब शराब के ठेके की बोतलें तोड़ने खुद पहुंचते हैं।
जदों एसएचओ ने कैहा हजे दस मिनट इंतजार करो जत्थेदार जी
सत्ता दा सरूर ता शराब तों वी ज्यादा असर करदा एै ते इसका असर लंबा समा रहंदा वी एै। पर जब सत्ता जादी एै ता ही पता चलदा एै कि की भा बीतदी एै। रूपनगर में एक जत्थेदार जो कभी एसएचओ को फोन पर ही निर्देश दिया करते थे, के दिन अब लद गए हैं। इन जत्थेदार साहब को हाल ही में एसएचओ ने ऐसा व्यवहार किया कि उन्हें समझ आ गया कि अब उनके पास पहले जैसी पावर नहीं रही कि जब एसएचओ के पास उनको यस सर कहने के सिवाय कोई चारा नहीं था। जत्थेदार साहब के साथ हुआ यूं कि नए नए आए एसएचओ मीडिया से अपने दफ्तर में मुखातिब हो रहे थे तो जत्थेदार साहब किसी काम से एसएचओ के दफ्तर जा पहुंचे। जैसे ही एसएचओ दफ्तर में दाखिल होने लगे तो एसएचओ ने उन्हें बाहर ही दस मिनट इंतजार करने के लिए कह दिया। एसएचओ के सामान्य ट्रीटमेंट देने के कारण जत्थेदार साहब फिर वहा रुके नहीं वहा से निकल लिए। बता दें कि जत्थेदार साहब अपनी सरकार के समय कम ही थाने आया जाया करते थे।
अजय अग्निहोत्री, रूपनगर