शहरनामा- नवांशहर
अखिर हो गया ओल्ड कोर्ट रोड की सड़क का फैसला सड़क बनाने वाले विभाग के लिए समस्या बनी ओ
अखिर हो गया ओल्ड कोर्ट रोड की सड़क का फैसला
सड़क बनाने वाले विभाग के लिए समस्या बनी ओल्ड कोर्ट रोड की सड़क का काम आखिर शुरू हो गया है। मगर पिछले दिनों में हालात यह रहे कि इस मामले को लेकर पूरी तरह सियासत गरमाई रही। हाथ वाली पार्टी द्वारा जहां रोड के कुछ नेताओं का जोर जहां इस सड़क के बचते हिस्से को प्रीमिक्स की सड़क बनाने पर लगा हुआ था वहीं विभाग इस रोड को प्रपोजल के अनुसार कंकरीट से बनाना चाहता था। विभाग ने काम शुरु करवाया तो उसे भी रुकवा दिया गया। जिसके चलते पूरा हफ्ता यही कश्मकश चलती रही कि आखिर इस रोड को किस मैटीरियल से बनाया जाए। वहीं इसी बीच विपक्षी दल के नेताओं ने भी सड़क के रुके काम को जल्द से जल्द शुरु करवाने के मामले को लेकर मोर्चा खोलने की ठान ली थी। विपक्ष के नेताओं व दुकानदारों की ओर से रुके काम को शुरु करवाने की मांग को लेकर धरना तक लगाने की चेतावनी दे दी गई। वहीं विभाग भी इस काम को जल्द से जल्द पूरा करवाना चाहता था। जिसके तहत विभाग दोनो तरफ से घिर सा गया महसूस कर रहा था। एक तरफ सत्ता पक्ष का रोड को प्रीमिक्स की बनाने का प्रैशर था तो दूसरी तरफ विपक्ष की ओर से इस मामले को लेकर प्रदर्शन तक करने की चेतावनी दी जा रही थी। आखिर जीत सत्ता पक्ष से संबंधित दुकानदारों की हुई और विभाग को कंकरीट की बजाए प्रीमिक्स की सड़क बनाने पर सहमत होना पड़ा।
कर्मचारी के पक्ष व विपक्ष में बन गए हाथ वाली पार्टी के दो गुट
इन दिनों यहा स्थानीय विभाग में कार्यरत एक कर्मचारी को लेकर हाथ वाली पार्टी के दो गुट बन गए हैं। एक गुट जहां कर्मचारी की कारवाईओं को गलत ठहराते हुए उसका विरोध कर रहा है वहीं दूसरा पक्ष उसके साथ खड़ो हो गया है। जिस वजह से इन दिनों हाथ वाली पार्टी के नेताओं के दरमयां अलग सी कशमकश शुरु हो गई है। हालांकि कुछ नेता इस उलझ रही कहानी को सुलझाने में लगे हुए हैं तो कुछ नेता बाहर बैठे इस खींचतान का मजा ले रहे हैं। जबकि कहानी कर्मचारी के पक्ष में बैठती है या विपक्ष में यह समय ही बताएगा, मगर इस मामले को लेकर सियासी गलियारों में खासी चर्चा बनी हुई है।
मनदीप ¨सह, नवांशहर।