भयंकर आग से कबाड़ का गोदाम राख, करोड़ों का नुकसान
संवाद सहयोगी, रूपनगर रूपनगर के साथ लगते गांव कोटला निहंग में बने एक कबाड़खाने में भयंकर
संवाद सहयोगी, रूपनगर
रूपनगर के साथ लगते गांव कोटला निहंग में बने एक कबाड़खाने में भयंकर आग लगने से कई किलोमीटर तक उठे धूंए से आस-पास के इलाकों में दहशत का माहौल बन गया। आग इतनी भयानक थी कि दोपहर लगभग डेढ़ बजे से देर शाम तक फायर ब्रिगेड के कर्मचारी आग पर काबू पाने में लगे रहे लेकिन आग फैलती रही जबकि समाचार लिखे जाने तक आग लगी हुई थी।
कबाड़खाने के पास वाले खेतों में पड़ी गेहूं की फसल को किसानों ने आग से दूर ले जाकर काफी मशक्त से बचाया। किसानों कुलवंत ¨सह पुत्र साधू ¨सह सहित सरपंच न¨रदर ¨सह, बाबू ¨सह, रा¨जदर ¨सह, मनदीप ¨सह तथा बलबीर कौर ने बताया कि कबाड़िए द्वारा तांबा निकालने के लिए तारों को जलाया जा रहा था जिस दौरान चली तेज हवा के कारण आग लगी जिसने देखते ही देखते भयंकर रूप ले लिया। इस बारे कवाड़िए की दुकान वाले भु¨पदर ने कहा कि आग बिजली के शार्ट सर्किट के कारण लगी है। आग लगते ही मौके पर उपस्थित लोगों ने फायर बिग्रेड को फोन किया जिसके बाद मौके पर पहुंची नगर कौंसिल रूपनगर की फायर बिग्रेड की दो गाड़ियों आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। आग बुझा रहे फायर मैन हरप्रीत के साथ कबाड़िए के बेटे ने उस वक्त गाली ग्लोच भी की क्योंकि वो चाहता था कि फायरमैन हरप्रीत आगे आग के पास जाकर आग बुझाने का प्रयास करे जो संभव नहीं था। हरप्रीत ने कहा कि आग भयंकर है जिससे कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।
आग पर काबी होता न देख मौके पर थर्मल प्लांट की फायर बिग्रेड भी पहुंची तो रास्ते में सामान पड़ा होने के कारण फायर ब्रिगेड को आगे बढ़ने में कठिनाई हुई जिसे देख कबाड़िए का बेटा फायर ब्रिगेड के चालक हरबंस ¨सह के साथ झगड़ने लगा लेकिन जैसे तैसे फायर कर्मचारियों ने लड़ाई से ध्यान हटा आग पर काबू करने का प्रयास शुरू किया।
इस मौके पर किशोरी कबाड़िए के पुत्र जौनी ने बताया कि आग के बढ़ने का कारण गर्मी व तेज हवा है। उसने बताया कि वे लोग अपनी रिश्तेदार के भोग पर गए हुए ते व उनके बाद यहां केवल नौकर था। जबकि दूसरे पुत्र भु¨पदर कुमार ने बताया कि ने अलग बयान देते हुए आग का कारण शार्ट सर्किट बताया तथा यह भी बताया कि इस आग से तीन-चार करोड़ का नुकसान हुआ है जबकि दूसरे पुत्र ने अलग बयान देते हुए बताया कि नुकसान एक करोड़ का है। कुल मिलाकर समाचार लिखे जाने तक आग पर काबू तो पाया जा चुका है लेकिन घना धूआं देखते हुए अभी फायर कर्मचारी वहीं डटे हुए हैं।