मानवता की भलाई के लिए काम कर रहे आचार्य चेतनानंद : महंत दयासागर
संवाद सूत्र, मजारी छुड़ानी धाम के प्रमुख गरीबदासी भेख के पीठाधीश्वर महंत दया सागर मेहरवान ने कहा कि
संवाद सूत्र, मजारी
छुड़ानी धाम के प्रमुख गरीबदासी भेख के पीठाधीश्वर महंत दया सागर मेहरवान ने कहा कि सतगुरु ब्रह्मा सागर महाराज भूरीवालों की गुरु प्रणाली में भूरीवाले नाम से भले ही कई महापुरुष हुए हैं। लेकिन सतगुरु ब्रह्मासागर महाराज भूरीवालों की गद्दी परंपरा के चौथे गद्दीनशीन आचार्य चेतनानंद महाराज भूरीवाले गरीबदासी परंपरा के लिए ही नहीं, बल्कि समस्त मानवता के लिए कार्य कर रहे हैं। वे यहां गरीबदासी संप्रदाय के तीसरे सतगुरु ब्रह्मानंद महाराज भूरीवालों के 15वें निर्वाण दिवस को समर्पित समारोह की पहली रात्रि के दौरान आरती सत्संग के बाद देश विदेश से आई संगत को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आचार्य चेतनानंद महाराज भूरीवाले सही शब्दों में सतगुरु करीब साहिब और बाबा गरीबदास रचित वाणी का देश विदेश में प्रसार के लिए मेहनत कर रहे हैं। आचार्य चेतनानंद महाराज भूरीवालों ने कहा कि संसार में बुराई से लड़ने वाला, सच्चाई पर चलकर जीवन व्यतीत करने वाला जीव ही असली तपस्वी है। उन्होंने सत्संग का सूत्र देते हुए कहा कि गुरु शबद के अभ्यास से भी आत्म ज्ञान की प्राप्ति हो सकती है। इस अवसर पर उन्होंने छुड़ानी धाम के प्रमुख पीठाधीश महंत दया सागर का समारोह में आने पर आभार व्यक्त किया। इस मौके पर स्वामी दयाल दास शास्त्री पानीपत, स्वामी तुरियानंद, स्वामी हरबंस लाल, ब्रह्माचारी डेहलों, डॉ. त्रिपुरारी दास गुजरात, स्वामी केश्वानंद अभधुत, स्वामी चरणकमलानंद, स्वामी फुम्मण दास, स्वामी अंबका भारती, विश्व भारती के अलावा विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगूपर, चौधरी नंदलाल, डा. ¨मदर ¨सह बागी, चरण दास अग्रवाल, सुखदेव कुमार, हरबंस लाल कसाना, लक्ष्मी चंद, राम नाथ, दौलत राम संडरेवाल, तीर्थ राम भूंबला, मदन लाल जोशी, डॉ. यशपाल, मिलखी राम, ठेकेदार भजन लाल आदि भूरीवाले नाम लेवा संगत मौजूद थी।