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पंजाब यूनिवर्सिटी बनी मूट कोर्ट कॉपटीशन की विजेता

जागरण संवाददाता, रूपनगर रयात-बाहरा रूपनगर कैंपस में सातवें मूट कोर्ट कॉपटीशन में समापन के मौके पर

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Mar 2017 07:23 PM (IST)Updated: Mon, 27 Mar 2017 07:23 PM (IST)
पंजाब यूनिवर्सिटी बनी मूट कोर्ट कॉपटीशन की विजेता
पंजाब यूनिवर्सिटी बनी मूट कोर्ट कॉपटीशन की विजेता

जागरण संवाददाता, रूपनगर

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रयात-बाहरा रूपनगर कैंपस में सातवें मूट कोर्ट कॉपटीशन में समापन के मौके पर छह मूट कोर्ट ग्रुप ने हिस्सा लिया। कैंपस के कॉलेज ऑफ लॉ की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता में आखिरी दिन पंजाब यूनिवर्सिटी की टीम विजेता चुनी गई। जबकि सिर्फ नाम मात्र के अंतर से जालंधर की लवली यूनिवर्सिटी की टीम दूसरे नंबर पर रही। समारोह के दौरान शोध के प्रभावी तकनीक, अद्भुत वाणी कौशल और कोर्ट रुप की शालीनता तथा अनुशासन के नजारे देखे गए। मूर्ट राउंड्स को जज करने के लिए वकील, अधिकारी और उद्योगपति पहुंचे थे। इस प्रतियोगिता में मुंबई, कोची, रायपुर, पुणे, चेन्नई, दिल्ली और लखनऊ से टीमें हिस्सा लेने पहुंची थी। जिला एवं सैशन जज जस्टिस बल¨वदर ¨सह संधू मुख्य मेहमान के तौर पर उपस्थित हुए। उन्होंने प्रतियोगिता की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से लॉ छात्रों के कौशल विकास और व्यक्तित्व विकास में मदद मिलती है। अंतिम राउंड के लिए जज कर रही बेंच में एसबीएस नगर की मुख्य न्यायिक मेजिस्ट्रेट डॉ.गुरप्रीत कौर और रूपनगर के डीएलएसए सचिव अजित पाल ¨सह शामिल हुए। इस दौरान वास्तविक कोर्ट रूम की तरह सवाल किए गए, जिसके बाद जजों ने कुछ सलाह भी दिए।रयात-बाहरा ग्रुप के चेयरमैन गुर¨वदर ¨सह बाहरा ने विजेता छात्रों को बधाई दी और रयात कॉलेज ऑफ लॉ की ऐसे आयोजन के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा क मौजूदा विधि शिक्षा व्यवस्था का दायरा किताबें पढ़ने से कहीं ज्यादा बड़ा है। ऐसे में मूट कोर्ट की संस्कृति से छात्रों को अपने हुनर को तराशने का पर्याप्त और उच्च स्तर का माहौल मिलता है। सर्वश्रेष्ठ वक्ता का पुरस्कार दो लोगों कुबेर महाजन और रिशभ करण मेहता को दिया गया। दोनों विजेता नोयडा स्थित दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन से थे और देहरादून के यूपीईएस की टीम को बेस्ट मेमोरियल का पुरस्कार मिला। कैंपस के निदेशक प्रो.सुरेश सेठ ने विजेताओं में पुरस्कार और प्रमाण पत्र बांटे। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं में शामिल होकर कानून के छात्रों को वास्तव में जज के सामने खड़े होकर तर्क पेश करने का मौका मिलता है। जिससे वो अपने भविष्य की वास्तविक तैयारी कर पाते हैं। कॉलेज ऑफ लॉ की ¨प्रसिपल डॉ.मोनिका ¨सह ने कहा कि मू¨टग तार्किक कौशल बढ़ाने के लिए काफी अच्छा जरिया है और इसीलिए रयात बाहरा कैंपस में ऐसे आयोजन से छात्रों को एक अच्छा मौका मिलता है।


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