बासड़ों का मेला, खूब उमड़े श्रद्धालु
जागरण संवाददाता रूपनगर रूपनगर में बासड़ों के मेले में श्रद्धालुओं का खूब सैलाब उमड़ा। सुबह 11 बजे तक
जागरण संवाददाता रूपनगर
रूपनगर में बासड़ों के मेले में श्रद्धालुओं का खूब सैलाब उमड़ा। सुबह 11 बजे तक माता रानी मोहल्ले में स्थित सिद्ध पीठ माता शीतला के बाहर सड़क भारी तादाद में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। माता के मंदिर में घरों से गुलगुले, मीठी रोटियां बनाकर श्रद्धालु घंटों लाइन में लगे रहे। इस संबंधी मंदिर के पंडित तुलसी राम तथा पंडित शोभित ने जानकारी देते हुए बताया कि आज के दिन माता शीतला का आशिर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा देवी मीठी रोटी, गुलगुले, चने आदि चढ़ाए जाते हैं। यह पर्व दो हफ्ते मंगलवार तथा वीरवार के दिन मनाया जाता है।
पौराणिक कथा के अनुसार माता शीतला को बहुत शीतल माना जाता है। एक बार मंगलवार के दिन एक गांव में किसी श्रद्धालु द्वारा माता शीतला गर्म गर्म भोग लगा दिया गया जिससे माता के मुंह में जलन होने लगी और माता रुष्ट हो गई। माता के प्रकोप से सारा गांव जल गया लेकिन एक बजुर्ग महिला जो कि माता शीतला की सेवक थी की झोंपड़ी जलने से बच गई। उसने लोगों को बताया कि गर्म गर्म भोग के कारण माता रुष्ट हो गई है। इसके बाद गांव के लोगों द्वारा देवी को प्रसन्न करने के लिए अगले सप्ताह मीठी रोटी आदि बनाकर उसे ठंडा करके माता को चढ़ाया। इसके बाद से यह प्रथा प्रचलित हो गई। इसके अलावा लोग अपने छोटे बच्चों को चेचक (छोटी माता) से बचाने के लिए भी इस दिन शीतला माता के मंदिर में जाते हैं और माता के बनाए गए थानों पर हल्दी का टीका लगाने के साथ चने, मीठी रोटी और जल आदि से माता का अभिषेक करते हैं। इस दिन माता के भक्त रात को ही माता के लिए भोग त्यार कर लेते हैं तथा माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सुबह जल्दी मंदिर में पहुंच जाते हैं। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी यह पर्व सनातन धर्म सभा और मोहल्ला वासियों के सहयोग से हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधान अशवनी कुमार, सागर शर्मा, मनी कपूर, परितोष भट्टी, अशोक कुमार, काकू, अंकुश, रिशभ, अशोक कुमार आदि उपस्थित थे। इसके अलावा शहर में स्थित सभी माता के मंदिरों में यह पर्व धूम-धाम से मनाया गया और लोगों की भारी भीड़ तथा श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिला।