सच की रक्षा करना पुलिस का धर्म : डीआइजी
संवाद सहयोगी, रूपनगर : पुलिस शहीद यादगारी दिवस को लेकर पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया
संवाद सहयोगी, रूपनगर : पुलिस शहीद यादगारी दिवस को लेकर पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस विशाल आयोजन में रूपनगर पुलिस रेंज के डीआइजी गुरशरण ¨सह संधू तथा जिला पुलिस प्रमुख व¨रदरपाल ¨सह विशेष रूप से उपस्थित हुए। पुलिस अधिकारियों सहित पुलिस के जवान तथा शहीद परिवारों के सदस्यों व गणमान्य भी उपस्थित रहे।
समागम की शुरुआत पुलिस शहीद स्मारक पर फूल अर्पित करते हुए हुई जिसके बाद सुरक्षा बलों के द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट की गई। इस मौके डीएसपी (आइ) दीप कमल की कमांड में पुलिस के जवानों द्वारा शस्त्र उल्टे करते हुए शहीदों को सलामी दी गई जबकि सभी ने दो मिनट का मौन रखते हुए शहीदों को नमन भी किया।
डीआइजी गुरशरण ¨सह संधू ने कहा कि अपने फर्ज व देश के लिए कुर्बानी देना सबसे महान शहादत है। उन्होंने कहा कि हक व सच की रक्षा करना पुलिस के लिए चुनौती नहीं बल्कि धर्म है। उल्लेखनीय है कि 21 अक्टूबर 1959 वाले दिन सीआरपीएफ के दस जवान लद्दाख घाटी में गश्त करते वक्त चीन की सीमा पर शहीद हो गए थे तथा उनकी याद में हर साल देश भर में आज के दिन शहीदी दिवस मनाया जाता है। इस मौके डीआइजी गुरशरण ¨सह संधू तथा जिला पुलिस प्रमुख व¨रदरपाल ¨सह ने जिले के 42 शहीद परिवारों में से मौके पर हाजिर 38 पारिवारिक सदस्यों को सम्मानित किया जबकि शेष परिवारों को सम्मान के लिए जालंधर में हो रहे राज्य स्तरीय समागम में भेजा गया है। एसपी (एच) अ¨जदर ¨सह ने पिछले एक साल के दौरान डयूटी करते हुए शहीद हुए 473 जवानों के नाम पढ़ते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके जिला माल अफसर जसवंत ¨सह सहित एसपी (आइ) वजीत ¨सह खैरा, एसपी कंट्रोल रूम इकबाल ¨सह, एएसपी चमकौर साहिब कंवरदीप कौर (आइपीएस), जिला जेल सुप¨रटेंडेंट जीएस सरोआ, जिला कमांडेंट होमगार्ड जीपीएस ढिल्लों, डीएसपी संत ¨सह धालीवाल सहित केसर ¨सह, गुरमीत ¨सह के अलावा पंजाब पुलिस के पेंशनर श¨वदरजीत ¨सह बैंस, कम्यूनिटी रिसोर्स सेंटर के सचिव रा¨जदर सैनी, डॉ. अजमेर ¨सह, इंजीनियर करनैल ¨सह, स्कवार्डन लीडर एचएस राही, द¨वदर ¨सह जटाणा, एडवोकेट डीएस दयोल, सुखदर्शन ¨सह, योगेश मोहन पंकज, पुलिस मेडिकल अफसर डॉ. भीम सेन, प्रेस क्लब के अध्यक्ष बहादुरजीत ¨सह, नंगल के पूर्व पार्षद भू¨पदर ¨सह भिंदा तथा पुलिस थानों व चौकियों के इंचार्ज हाजिर थे।