संभावी बाढ़ से निपटने के लिए नोडल अफसर नियुक्त
संवाद सहयोगी, रूपनगर : पंजाब सरकार व सेहत विभाग के प्रमुख सचिवों के द्वारा जारी दिशा निर्देशों पर
संवाद सहयोगी, रूपनगर : पंजाब सरकार व सेहत विभाग के प्रमुख सचिवों के द्वारा जारी दिशा निर्देशों पर रविवार को लघु सचिवालय के कमेटी रूम में संभावी बाढ़ के दौरान होने वाली बीमारियों से निपटने के प्रबंध करने के उद्देश्य से विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता एडीसी (विकास) बलजीत ¨सह ने की जबकि बैठक में जिले भर के एसएमओ तथा ग्रामीण मेडिकल अफसरों ने भाग लिए।
इस मौके पर एडीसी ने कहा कि जिले की भौगोलिक स्थिति के कारण यहां हर साल बाढ़ की संभावना अधिक बनी रहती है तथा बाढ़ के दौरान बीमारियां फैलने का अंदेशा भी बना रहता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए एसएमओ व ग्रामीण मेडिकल अफसरों में तालमेल होना काफी अहम है। इसके अलावा बाढ़ के दौरान जरूरी दवाईयों का प्रबंध भी अभी से किया जाना चाहिए। उन्होंने हिदायत दी कि आम लोगों को पीने वाला साफ पानी प्रयोग करने के अलावा चमड़ी रोग, बुखार, मलेरिया, डेंगू, दस्त रोग, टाइफाइड, पीलिया आदि के बारे कैंप लगाते हुए जागरूक किया जाए। उन्होंने इस मामले में ग्राम पंचायतों व समाज सेवी संगठनों का सहयोग लेने को भी कहा।
इस मौके पर पर सिविल सर्जन डाक्टर सुरिंद्र गंगड़ ने बताया कि बाढ़ की संभावना को देखते हुए गांवों को अधिक, मध्यम व कम प्रभावित ग्रुपों में बांटा गया है। उन्होंने बताया कि अधिक प्रभावित श्रेणी में 76 गांव, मध्यम श्रेणी में 74 गांव व कम प्रभावित श्रेणी में 9 गांवों की पहचान की गई है। बताया कि पीने वाले पानी को कीटाणु रहित रखने के विशेष प्रबंध किए गए हैं। इसके आलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल सहायता के लिए सिविल अस्पतालों सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व कम्यूनिटी केंद्रों में अलग से मेडिकल कैंप आयोजित करने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन भी किया गया है। उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन दफ्तर को जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जहां जरूरत पड़ने पर फोन नंबर 01881-221242 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए ब्लाक व जिला स्तर पर नोडल अफसरों के अलावा सहायक नोडल अफसरों की तैनाती भी कर दी गई है।
इस मौके पर एसडीएम सुरभि मलिक ने कहा कि मेडिकल अफसरों में जहां तालमेल जरूरी है वहीं एक-दूसरे के पास फोन नंबरों का होना भी जरूरी है, ताकि जरूरत पड़ने पर एक दूसरे की सहायता हासिल की जा सके। उन्होंने सेहत विभाग के सारे स्टाफ को हर वक्त स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को भी कहा।
इस मौके जिला परिवार भलाई अफसर डाक्टर एचएन शर्मा सहित डीएमसी डाक्टर मुकेश सोंधी, तहसीलदार रु¨पदर पाल ¨सह, डाक्टर मुकेश भाटिया, डॉक्टर सुमित शर्मा, जिला मास मीडिया अफसर जगत राम, रणजीत ¨सह तथा जगदीश ¨सह आदि भी हाजिर थे।