खालसाई रंग में रंग गया आनंदपुर साहिब
बल¨वदर ¨सह लोदीपुर, आनंदपुर साहिब सिख कौम की चढ़ती कला का प्रतीक होला मोहल्ला का दूसरा पड़ाव बुधवार
बल¨वदर ¨सह लोदीपुर, आनंदपुर साहिब
सिख कौम की चढ़ती कला का प्रतीक होला मोहल्ला का दूसरा पड़ाव बुधवार को आनंदपुर साहिब में शुरू हो गया। पूरा शहर खालसाई रंग में रंग गया, साथ ही संगत का सैलाब भी उमड़ने लगा है।
बुधवार को तख्त श्री केसगढ़ साहिब में सुबह श्री अखंड पाठ साहिब शुरू हो गए। ¨सह साहिब ज्ञानी मल्ल ¨सह ने समूह सिख कौम को होला मोहल्ला शुरू होने की बधाई दी व संगत को बढ़-चढ़कर सम्मिलित होने का निमंत्रण भी दिया। इस मौके पर हेड ग्रंथी सुख¨वदर ¨सह, हरदेव ¨सह हैप्पी आदि भी उपस्थित थे।
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फूलों की बारिश के बीच निकाला गया नगर कीर्तन
दूसरी तरफ बुधवार सुबह 11 बजे होला मोहल्ला की शुरूआत के मौके पर दो नगर कीर्तन सजाए गए। पहला अलौकिक नगर कीर्तन श्री निर्मल अखाड़ा कनखल हरिद्वार दोआबा मंडल द्वारा डेरा बाबा दलीप ¨सह जी डूमेली से आरंभ किया गया। इस नगर कीर्तन में फूलों की बारिश की गई। इस सबंध में बाबा प्रीतम ¨सह ने बताया कि बीते कई सालों से आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला की शुरूआत वाले दिन निर्मल भेख द्वारा नगर कीर्तन सजाया जाता है, जिसमें तख्त साहिब के जत्थेदार के अलावा क्षेत्र की समूह संगत एवं संत महापुरुष विशेष तौर पर शिरकत करते हैं। संत बाबा भाग ने भी होला मोहल्ला की बधाई दी। नगर कीर्तन अगमपुर चौक से होते हुए बस स्टैंड, वेरका चौक, पांच प्यारा पार्क, खालसा कालेज चौक, किला आनंदगढ़ साहिब, नई आबादी से होता हुआ तख्त श्री केसगढ़ साहिब के पास संत सुंदर ¨सह पालदी वालों के डेरे में समाप्त हुआ। इस मौके पर हेड ग्रंथी सुख¨वदर ¨सह, संत बाबा घाला ¨सह, संत गुरबचन ¨सह, संत रणजीत ¨सह, संत बाबा प्रीतम ¨सह, तेजा ¨सह, संत बाबा रवण ¨सह, संत लक्ष्मण ¨सह, संत रिखीराज, प्रो.हरबंस ¨सह बोलीना, भगवान ¨सह जोहल, निरंजन ¨सह राणा, अरूणजीत ¨सह, संत बलवीर ¨सह, संत शंकरानंद, संत गुरचरन ¨सह, संत बाबा भू¨पदर ¨सह, संत बाबा कश्मीर ¨सह, संत बाबा मक्खन ¨सह, बाबा जीत ¨सह जोला, ज्ञानी गुरमीत ¨सह समेत बड़ी संख्या में संगत उपस्थित थी।
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पहली बार निकाला गया दूसरा नगर कीर्तन
दूसरा नगर कीर्तन जो पहली बार निकाला गया है। यह नगर कीर्तन टिब्बी साहिब वालों द्वारा संत बाबा बलवीर ¨सह एवं संत बाबा करमजीत ¨सह की ओर से निकाला गया। इस नगर कीर्तन में बड़ी संख्या में संगत ने अपनी हाजरी लगवाई। दूसरी तरफ, सुबह से ही तख्त श्री केसगढ़ साहिब, गुरुद्वारा शीशगंज साहिब, गुरूद्वारा भौरा साहिब, किला आनंदगढ़ साहिब, किला फतेहगढ़ साहिब, किला लोहगढ़ साहिब, किला होलगढ़ साहिब समेत विभिन्न गुरूद्वारों में माथा टेकने के लिए संगत की लंबी कतारे लगी हुई थी।
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भिखारी जगह जगह, भांग सूखा आम बिका
होला मोहल्ला के पहले दिन ही प्रशासनिक दावों की पोल खुलती दिखाई दी। मेले में जगह-जगह भिखारी श्रद्धालुओं को तंग परेशान करते देखे गए। यही नहीं, नशीले पदार्थों की बिक्री पर पाबंदी होने के बावजूद सरेआम भांग, सुखा आदि बिक रही थी।