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सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए रूपनगर प्रशासन हुआ सरगर्म

कवायद फ्लैग--रूपनगर सिविल सचिवालय पर अक्षय ऊर्जा बनाने का प्लांट लगाने के लिए लिखा सरकार को पत

By Edited By: Published: Mon, 02 Mar 2015 01:09 AM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2015 01:09 AM (IST)
सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए रूपनगर प्रशासन हुआ सरगर्म

कवायद

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फ्लैग--रूपनगर सिविल सचिवालय पर अक्षय ऊर्जा बनाने का प्लांट लगाने के लिए लिखा सरकार को पत्र

---प्रोजेक्ट को लेकर डीसी तनु कश्यप ले रही हैं निजी दिलचस्पी

-- पायलट प्रोजेक्ट में रूपनगर को चयनित करने के लिए लिखा सरकार को पत्र

अजय अग्निहोत्री, रूपनगर

सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करके बिजली बचाने के लिए जिला प्रशासन ने पहल कर दी है। अगर प्रशासन अपने प्रोजेक्ट में कामयाब हो जाता है तो रूपनगर प्रशासन ऊर्जा संरक्षण में प्रथम जिला बन जाएगा।

रूपनगर की डिप्टी कमिश्नर तनु कश्यप ने सचिवालय की इमारत के ऊपर सूर्य की ऊर्जा से बिजली बनाने के प्रोजेक्ट के लिए पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) से मंजूरी मांगी है। खास बात ये है कि डीसी ने विशेष पत्र लिखकर कहा है कि रूपनगर को पायलट प्रोजेक्ट (डेमो प्रोजेक्ट) के लिए चुना जाए। अगर ऐसा होता है तो प्रोजेक्ट के लिए फंडों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। इस प्रोजेक्ट को रूफ टाप सोलर (सोलर रूफटाप नेटमीट¨रग) नाम दिया गया है।

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ये भेजा गया है प्रोजेक्ट में

रूपनगर सचिवालय की छत पर पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी द्वारा करवाए सर्वे के मुताबिक 1200 स्केयर फीट में सोलर पैनल लग सकते हैं। पेडा के मुताबिक इतने क्षेत्र में 200 किलोवाट का प्लांट लग सकता है जोकि रोजाना कम से कम 1200 यूनिट बिजली उत्पादित करेगा। इससे सचिवालय को बिजली सप्लाई होगी। इससे कमर्शियल बिजली खर्च आपात स्थिति को छोड़कर तकरीबन नाममात्र रह जाएगा।

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अब आता है एक लाख से ज्यादा बिजली का बिल

जागरण द्वारा जुटाई जानकारी के मुताबिक इस समय सिविल सचिवालय में बिजली का खर्च प्रतिमाह सर्दियों में एक लाख 10 हजार के करीब आता है जबकि गर्मियों में ये खर्च बढ़कर डेढ़ लाख तक पहुंच जाता है।

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एक माह में 67 हजार की बिजली बेची जा सकेगी

शनिवार व रविवार को जब सचिवालय में अवकाश रहेगा तो दो दिन में जो बिजली प्लांट बनाएगा वह सीधी ग्रिड को सप्लाई हो जाएगी। एक महीने में करीब आठ दिन शनिवार व रविवार का अवकाश रहेगा तो इन आठ दिनों में 1200 यूनिट प्रतिदिन के हिसाब से 9600 यूनिट बिजली बनेगी, जिसका व्यापारिक मूल्य 67 हजार 200 बनता है। जबकि पूरे माह इस प्रोजेक्ट से अढ़ाई लाख रुपये की बिजली बनेगी। पेडा के जिला मैनेजर रणधीर ¨सह ने बताया कि सचिवालय के लिए लगने वाला प्लांट पायलट प्रोजेक्ट में शामिल होता तो इस पर पौने दो करोड़ का खर्च का अनुमान है।

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मजीठिया को मिल चुका है अवार्ड

हाल ही में दिल्ली में पहले

अक्षय ऊर्जा वैश्विक निवेशक सम्मेलन और प्रदर्शनी 2015 के उद्घाटन सत्र में अक्षय ऊर्जा क्षमता निर्माण में पंजाब राज्य के बेहतर प्रदर्शन के लिए पंजाब के अक्षय ऊर्जा मंत्री बिक्रम ¨सह मजीठिया को पुरस्कार दिया गया है। उल्लेखनीय है कि पंजाब ने पिछले दो साल में नो मेगावाट से 250 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता हासिल की।

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रोजाना हजारों यूनिट बिजली बना रहे हैं प्रोजेक्ट

--आनंदपुर साहिब में विरासत-ए-खालसा में 25 किलोवाट का चल रहा है। जिसमें वार्षिक 45 हजार यूनिटों की बचत की जा रही है।

--आनंदपुर साहिब में कारसेवा बाउली साहिब में 10 किलोवाट का पावर प्लांट चल रहा है। जहां वार्षिक 18 हजार यूनिट बिजली बचत की जा रही है।

---नूरपुरबेदी के पास सोमा एंटरप्राइसिस का एक मेगावाट का पावर प्लांट चल रहा है। यहां रोजाना 6 हजार यूनिट बिजली उत्पादन की जा रही है। यानी एक माह में यहां 180 लाख यूनिट बिजली बन रही है। जोकि आगे बिक्री की जा रही है।

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30 फीसदी सब्सिडी है प्रोजेक्ट में : रणधीर ¨सह

पंजाब सरकार द्वारा चलाई इस स्कीम का अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए। क्योंकि सब्सिडी राशि सीमित होने के कारण पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रोजेक्ट दिए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत 30 फीसद सब्सिडी सरकार दे रही है। इस बारे ज्यादा जानकारी के लिए पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी के स्थानीय जिला दफ्तर या मेरे नंबर (94178-65189) पर संपर्क किया जा सकता है।

रणधीर ¨सह, जिला मैनेजर पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) रूपनगर

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रूपनगर प्रशासन ने पंजाब में सबसे पहले प्रस्ताव बनाकर पेडा को भेजा है कि सिविल सचिवालय की छत के ऊपर रूफ टाप सोलर प्लांट लगाया जाए। इसे मंजूरी मिल जाती है तो रूपनगर अक्षय ऊर्जा बनाने में अग्रणी जिला बन जाएगा।

तनु कश्यप, डीसी रूपनगर


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