सात प्रकार की मिठाई के लगेंगे लंगर
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब यहां से लगभग 12 किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश में स्थित कस्बा गुरु का ला
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब
यहां से लगभग 12 किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश में स्थित कस्बा गुरु का लाहौर में श्री गुरु गो¨बद ¨सह जी के विवाह पर्व संबंधी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 23 एवं 24 जनवरी को बसंत पंचमी के मौके पर लगने वाले जोड़ मेले के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और कारसेवा संत बाबा लाभ ¨सह द्वारा सभी प्रबंध मुकम्मल होने के दावे किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गो¨बद ¨सह जी का विवाह लाहौर (पाकिस्तन) निवासी श्री हरजस सुभिखीए क्षत्रीय की पुत्री जीतो जी के साथ 23 आषाढ़ 1734 में गुरू का लाहौर में हुआ था। हरजस जी की यह इच्छा थी कि गुरु गो¨बद ¨सह जी अपनी बारात लेकर लाहौर आएं, लेकिन आनंदपुर साहिब में गुरु जी ने कुछ जरूरी काम आरंभ किए हुए थे, इसलिए उन्होंने लाहौर जाना ठीक नहीं समझा। उन्होंने कहा कि विवाह खातिर आपकी रिहायश के लिए हम यहां ही लाहौर बना देते हैं, जिस पर वह मान गए। गुरु जी ने सिखों को हुक्म देकर 12 किलोमीटर दूर उत्तर की तरफ नगर रच दिया। इस नगर का नाम गुरु का लाहौर रखा गया एवं यहीं उनका विवाह हुआ। गुरु साहिब के विवाह पर्व को लेकर यहां सात प्रकार वाली मिठाई के लंगर भी लगाए जाते हैं।
मंगलवार को तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे तख्त श्री केसगढ़ साहिब के मैनेजर सुख¨वदर ¨सह ग्रेवाल ने बताया कि इस बार बारात रूपी नगर कीर्तन गुरुद्वारा सेहरा साहिब की बजाय गुरुद्वारा भौरा साहिब से रवाना होगा। 21 जनवरी को श्री अखंड पाठ आरंभ होंगे जिनका भोग 23 जनवरी को डालने उपरांत सुबह नौ बजे नगर कीर्तन रवाना किया जाएगा। 24 को गुरु का लाहौर में धार्मिक दीवान सजाए जाएंगे।