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महिलाओं ने पिया को रिझाने के लिए हाथों में रचाई मेंहदी

अरूण कुमार पुरी, रूपनगर भारतीय महिलाओं में सुख, सुहाग व समृद्धि के रूप में रखा जाता चतुर्थी व्रत य

By Edited By: Published: Sat, 11 Oct 2014 01:46 AM (IST)Updated: Sat, 11 Oct 2014 01:46 AM (IST)
महिलाओं ने पिया को रिझाने के लिए हाथों में रचाई मेंहदी

अरूण कुमार पुरी, रूपनगर

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भारतीय महिलाओं में सुख, सुहाग व समृद्धि के रूप में रखा जाता चतुर्थी व्रत यानी करवा चौथ को लेकर शुक्रवार को पूरा दिन रूपनगर में सोलह श्रृंगार किए विवाहित महिलाएं बाजारों की रौनक बनी रहीं। शहर के लगभग हर बाजार में सबसे अधिक भीड़ मेहंदी रचाने वालों की दुकानों पर थी। परंपरा की अगर बात करें तो कार्तिक कृष्ण चतुर्थी व चन्द्रमा के सुमेल को ही करवा चौथ की संज्ञा दी जाती है। इस दिन हर सुहागिन अपने पति की लंबी उम्र व चन्द्रमा को प्रसन्न करने के लिए ही दिन के समय उपवास रखती हैं और रात्रि के समय जब चन्द्रमा खुले गगन में अपनी आभा बिखेरते हैं तो उन्हें अ‌र्घ्य देकर विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए अपना व्रत पति के हाथों मुंह जूठा करते हुए खोलती हैं।

काफी चमका है बाजार : दुकानदार

बाजार की अगर बात करें तो इस बार गत वर्ष की तुलना में हर वस्तु का दाम 30 से 40 फीसद बढ़ा हुआ है। दुकानदार मुकेश महाजन (साईं भंडार), सतीश कुमार (फल विक्रेता), संजय बेले वाले (ज्यूलर), बाबू राम (मेहंदी वाला), अनुपम पुरी (फैशन वायरस कम ब्यूटी पार्लर) आदि के अनुसार इस बार उनका व्यवसाय गत वर्ष की तुलना में काफी चमका है।

बाक्स के लिए ----

निवर्तमान पार्षद अरीना शर्मा व समाज सेविका शशी सैनी ने कहा कि घर को स्वर्ग बनाना केवल महिला के हाथ में होता है। इसलिए हर नारी को चाहिए कि पहले अपने धर्म का पालन करे और साथ ही अधर्म के खिलाफ आवाज भी उठाए क्योंकि यही समय की मांग है।

बाक्स के लिए -------

रूपनगर के ऐतिहासिक लहरी शाह मंदिर के पुजारी जगत राम ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार यह तिथि व्रत है व चन्द्र उदयव्यापिनी तिथि पर ही किए जाने का निर्देश है। उनके अनुसार इस बार यह व्रत 11 अक्टूबर को आया है। इस बार देश के अंदर क्षेत्र अनुसार चन्द्र उदय रात्रि 7 बजकर 56 मिनट से 8 बजकर 28 मिनट के बीच में होगा जबकि रूपनगर जिले के अन्दर चन्द्रमा के दर्शन रात्रि 8 बजकर 20 मिनट पर होंगे।


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