प्रदेश सरकार पर गरजे मगनरेगा कर्मचारी
संवाद सहयोगी, रूपनगर
मगनरेगा कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को यहां जिला स्तरीय रोष प्रदर्शन किया। इसके बाद कर्मियों ने मगनरेगा कांट्रेक्ट कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में एडीसी (विकास) को मांग पत्र भी सौंपा।
यूनियन के जिलाध्यक्ष जतिंदर सिंह व कुलदीप सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार के सभी मगनरेगा कर्मी पिछले लगभग 6 साल से मामूली वेतन पर काम करते आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन कर्मियों के साथ हर स्तर पर आर्थिक व मानसिक शोषण अलग से किया जा रहा है। महंगाई के दौर में सरकार यह सोचने को भी तैयार नहीं कि अपनी ड्यूटी इमानदारी के साथ करने वाले मगनरेगा कर्मी इतने कम वेतन में घरों का गुजारा कैसे चलाते होंगे। उन्होंने बताया कि इस मामले में सरकार के साथ यूनियन की अनेकों बैठकें भी हो चुकी हैं लेकिन समाधान आज तक नहीं निकल सका है, जिस कारण कर्मियों में रोष पाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 7 सितंबर को लुधियाना में मनरेगा यूनियन पंजाब की विशाल बैठक में यह तय हुआ था कि सभी मुलाजिम पंजाब सरकार के हैं और नियमानुसार वेतन हासिल करना हर किसी का अधिकार है। उन्होंने बताया कि यह फैसला भी हुआ था कि अगर सरकार मांगें नहीं मानती है तो 8 सितंबर ब्लाक स्तर व 15 सितंबर से जिला स्तर जबकि 23 व 24 सितंबर को राज्य स्तर पर मोहाली के विकास भवन समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में आज यहां जिला स्तरीय धरना देते हुए रोष प्रदर्शन किया गया है। रोष प्रदर्शन के इस पूरे आयोजन के दौरान दर्जा चार यूनियन के सज्जन सिंह और मगनरेगा कर्मियों के मिल रहे समर्थन से यूनियन का मनोबल प्रभावी रूप से बढ़ा है। यूनियन द्वारा एडीसी (विकास) अमरजीत सिंह शाही को दिए मांग पत्र में यह स्पष्ट किया गया है कि अगर मांगों का तुरंत समाधान नहीं हुआ तो संघर्ष को उग्र रूप दिया जाएगा। इस मौके पर जिले के सभी सहायक प्रोग्राम अफसरों के अलावा कंप्यूटर असिस्टेंट, टेक्नीकल सहायक तथा ग्राम रोजगार सहायक भी उपस्थित थे।
यह हैं मांगें
यूनियन के अनुसार कर्मियों को रेगुलर पे-स्केल देने के अलावा सीपीएफ, ईएसआई व वरिष्ठता सूची जारी करने वाली मांगें मुख्य रूप से शामिल हैं।