अघोषित बिजली कट उपर से गर्मी की मार ने किया परेशान
संवाद सहयोगी, रूपनगर
रूपनगर में झुलसाने वाली गर्मी का प्रकोप व अघोषित बिजली कट हर किसी के लिए मुसीबत बन गए हैं। हालात यह हैं कि लोगों को न तो घर में आराम है व न ही बाहर निकल सकते हैं। गर्मी का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि शहर में कर्फ्यू जैसा एहसास होने लगा है। लू के थपेड़ों के कारण शहर की गलियों बाजारों में पूरा दिन सुनसान बनी देखी जा सकती है। रविवार को थर्मल प्लांट के कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकतम तापमान 43 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री रिकार्ड किया गया है।
बिजली कट की अगर बात करें तो सरकार चाहे सरपल्स बिजली पैदा करने के दावे कर रही है लेकिन सच्चाई यह है कि रूपनगर वासियों को दो दिन पहले तक 24 घंटे में 6 से 8 घंटे अघोषित कट का दंश झेलना पड़ रहा था जबकि पिछले दो दिनों से कट की सीमा बढ़ाकर दिन में 6 व रात में भी लगभग 6 घंटे का बिजली कट झेलना पड़ रहा है। इन दिनों ज्यादातर शहरवासी रात को बिजली कट लगते ही सड़कों व मोहल्लों में घूमने को मजबूर हैं।
वैसे चार दिन पूर्व डीसी ने बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए हर उपभोक्ता को निर्विघ्न सप्लाई देने के लिए बाध्य किया था जबकि फाल्ट पड़ने पर तुरंत फाल्ट दूर करते हुए सप्लाई चालू करने के आदेश भी दिए थे। बावजूद इसके रूपनगर में अघोषित बिजली कट का दौर जारी है। अमीर लोग को जैसे तैसे गुजारा चला रहे हैं लेकिन गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों का जीना मुहाल हो चुका है। हैरानी तो इस बात की है कि 138 मेगावाट बिजली की मांग वाला जिला रूपनगर 1560 मेगावाट बिजली पैदा करता हुआ नार्थ ग्रिड को आपूर्ति कर रहा है।
इधर गर्मी के प्रकोप के चलते शहर में ही नहीं बल्कि मुख्य मार्गो पर भी इन दिनों कर्फ्यू जैसा माहौल बना देखा जा सकता है। बसों व रेलगाड़ियों में भी सवारी बहुत कम हो गई है जबकि दिनभर बाजारों में ग्राहक न होने के कारण दुकानदार या तो खाली बैठे हैं अथवा अपने घरों मे दुबके देखे जा सकते हैं।
दूसरी तरफ नहरों मे डुबकी लगाकर राहत पाने वाले लोगों विशेष कर बच्चों व युवाओं में इन दिनों होड़ लगी हुई है।