Move to Jagran APP

विभाग एवं सरपंच के बीच फंसा पानी सप्लाई का मुद्दा

By Edited By: Published: Sun, 13 Jul 2014 01:09 AM (IST)Updated: Sun, 13 Jul 2014 01:09 AM (IST)
विभाग एवं सरपंच के बीच फंसा पानी सप्लाई का मुद्दा

जागरण संवाददाता, रूपनगर

loksabha election banner

पीने वाला स्वच्छ पानी मुहैया करने के लिए जनसेहत विभाग द्वारा बनाई गई जल सप्लाई स्कीम घनौली की नई पंचायत के गठन के बाद कोई रहबर नहीं है। सेनीटेशन विभाग स्कीम का प्रबंध पंचायत के पास होने का दावा कर रहा है जबकि ग्राम पंचायत की सरपंच जसपाल कौर जल सप्लाई का प्रबंध विभाग के पास होने की बात कह रही हैं। वहीं, नए कनेक्शन के लिए जाने वाले लोगों को जल सप्लाई सेनीटेशन विभाग के अधिकारी संबंधित व्यक्ति को पंचायत के पास भेज देते हैं। यही हालत पहले कनेक्शन प्राप्त कर चुके उपभोक्ताओं की है। क्योंकि पानी के बिल जमा करवाने के लिए जब वे विभाग के कार्यालय में जाते हैं तो सरपंच के पास भेज दिया जाता है।

तीन सेंटरों का 7.89 लाख पहुंचा

विभाग के पावरकॉम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जल सप्लाई स्कीम घनौली में चल रहे तीन सेंटरों का बिल 7,89,290 रुपये तक पहुंच चुका है। पिछले लंबे समय से न तो विभाग द्वारा बिल जमा करवाया जा रहा है न ही ग्राम पंचायत बिल जमा करवा रही है।

पंचायत के पास है स्कीम का चार्ज : एक्सइएन हरिंदर

सेनीटेशन विभाग के एक्सइएन हरिंदर सिंह ने कहा कि इस स्कीम का चार्ज पंचायत के पास है। नई स्कीम का निर्माण करने के लिए संबंधित गांव पंचायत से लिखित तौर पर लिया जाता है कि कार्य पूरा होने उपरांत उसका प्रबंध पंचायत करेगी। घनौली की पंचायत द्वारा भी लिखित देने उपरांत ही स्कीम का निर्माण किया गया है। इस लिए स्कीम चलाने की जिम्मेवारी पंचायत की है।

आय न होने के कारण पंचायत चार्ज लेने में असमर्थ : जसपाल

घनौली की सरपंच जसपाल कौर ने कहा है कि यह स्कीम 1975 की बनी हुई है। विभाग द्वारा यहां न तो कोई नई टंकी बनाई गई है न ही पुराने पाइप बदले गए हैं। पाइपें पुरानी होने के कारण जगह-जगह से लीकेज हो रही है। यहां लगी मोटर भी पुरानी है। पंचायत की अन्य कोई आय न होने के कारण पंचायत स्कीम का चार्ज लेने में असमर्थ है। जिस संबंधी डीसी एवं संबंधित विभाग को सूचित किया जा चुका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.