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समाना के दावेदार हैरीमान को सनौर से उतारा

जागरण संवाददाता, पटियाला आखिरकार कांग्रेस के वन फैमिली-वन टिकट के फार्मूले के आगे पं

By Edited By: Published: Mon, 16 Jan 2017 11:47 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jan 2017 11:47 PM (IST)
समाना के दावेदार हैरीमान को सनौर से उतारा
समाना के दावेदार हैरीमान को सनौर से उतारा

जागरण संवाददाता, पटियाला

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आखिरकार कांग्रेस के वन फैमिली-वन टिकट के फार्मूले के आगे पंजाब कांग्रेस के उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री लाल ¨सह ने हार गए। तो दूसरी ओर समाना से लाल ¨सह के बेटे रा¨जदर ¨सह के खिलाफ बढ़ती बगावत रोकने को पार्टी ने पूर्व आरटीआई कमिश्नर ह¨रदरपाल ¨सह हैरीमान को सनौर से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में उतारा हैं। चर्चा तो है कि लाल ¨सह ने हैरीमान को टिकट देने में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन हैरीमान को टिकट देने के पीछे एक धार्मिक डेरे का दबाव बताया जा रहा है। हालांकि, हैरीमान समाना हलके से टिकट के दावेदार थे और इसके लिए बीते छह माह से हलके में सक्रिय थे। चार दिन पहले ही लाल ¨सह के बेटे रा¨जदर ¨सह को समाना से प्रत्याशी बनाने के बाद से अंदरखाते विरोध बढ़ रहा था।

दरअसल समाना से रा¨जदर ¨सह को उम्मीदवार बनाने और सनौर से लाल ¨सह को टिकट नहीं देने की रणनीति के बीच दो दिन पहले ही अकाली दल के पूर्व यूथ प्रधान हरमीत ¨सह पठानमाजरा कांग्रेस में शामिल हुए थे, जिन्हें सनौर से टिकट मिलने का भरोसा था। पठानमाजरा के खिलाफ रविवार को सनौर के पंजाब कांग्रेस के सचिव निर्मल ¨सह भट्टियां ने विरोध जताया था तो हलके के कांग्रेसी वर्कर्स ने मोती बाग महल के बाहर नारेबाजी कर परनीत कौर से पठानमाजरा को टिकट देने पर आजाद प्रत्याशी उतारने की धमकी तक दी थी। उधर, समाना से टिकट की दावेदार रही जिला परिषद की पूर्व चेयरमैन गुरशरण कौर रंधावा पहले ही आजाद चुनाव लडने का एलान कर चुकी हैं। ऐसे में समाना में बढ़ती बगावत रोकने और धार्मिक डेरे की सिफारिश पर 24 घंटे में सारे कयास पर विराम लगाते हुए पठानमाजरा की जगह हैरीमान को उतारा गया।

सनौर से बदलते समीकरण बारे संपर्क करने भी लाल ¨सह उपलब्ध नहीं हुए। बताया गया कि वह मोती महल में कैप्टन से मिलने के लिए पहुंचे हुए हैं।

पठानमाजरा भी उतर सकते हैं मैदान में

टिकट मिलने के आश्वासन पर कांग्रेस में शामिल होने के बावजूद हैरीमान को टिकट देने पर हरमीत ¨सह पठानमाजरा बगावत कर सकते हैं। सोमवार को पूरे दिन चर्चा रही कि वह अकाली दल में वापस जा रहे हैं, तो कभी उनके आजाद लड़ने के दावे होते रहे। हालांकि पठानमाजरा भी कैप्टन से मुलाकात के इंतजार में है, जिसके बाद मंगलवार को उनका फैसला सामने आएगा।


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