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सैफी जत्थेबंदी विभिन्न मामलों को लेकर मिलेगी परनीत कौर से

जासं, पटियाला: पिछले समय से पंजाबी यूनिवर्सिटी के विभिन्न घपलों की जांच अधर में लटक गई है। हालांकि क

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jul 2017 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jul 2017 01:00 AM (IST)
सैफी जत्थेबंदी विभिन्न मामलों को लेकर मिलेगी परनीत कौर से
सैफी जत्थेबंदी विभिन्न मामलों को लेकर मिलेगी परनीत कौर से

जासं, पटियाला: पिछले समय से पंजाबी यूनिवर्सिटी के विभिन्न घपलों की जांच अधर में लटक गई है। हालांकि कुछ मामलों की जांच करने वाली कुछ कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट भी अथॉरिटी के पास जमा करवा रखी है। इसके बावजूद इन मामलों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। यूनिवर्सिटी की सैफी जत्थेबंदी इन सभी मामलों को लेकर पूर्व विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर के पास उठाएगी, क्योंकि सैफी द्वारा ही पूर्व वीसी को करीब 16 शिकायतें दी गई थी। जिनमें यूनिवर्सिटी में होने वाले विभिन्न घपलों के बारे में बताया गया था। सैफ मैंबरों ने कहा कि जत्थेबंदी मैंबर खुद परनीत कौर को मिलकर यूनिवर्सिटी किस प्रकार घाटे में चल रही है, संबंधी जानकारी देंगे।

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अथॉरिटी रिपोर्ट मिलने के बाद भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं

पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट्य जत्थेबंदी सैफी के पूर्व प्रधान हर¨वदर ¨सह संधू ने बताया कि जत्थेबंदी द्वारा पूर्व ए¨क्टग वीसी अनुराग वर्मा को शिकायत दी गई थी। जिसे लेकर वीसी ने अलग-अलग मामलों की जांच करने के लिए कमेटियों बनाई थी। कुछ कमेटियों द्वारा वीसी को रिपोर्ट सौंपी गई थी। वीसी ने इन रिपोर्ट पर आगे अथॉरिटी के अधिकारियों को कार्रवाई करने का जिम्मा लगाया था। पर अब तक एक भी मामले पर कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई तो दूर की बात नए ए¨क्टग वीसी ने जांच करने वाली कमेटियों से बातचीत भी नहीं की और न ही किसी यूनिवर्सिटी के किसी अधिकारी ने वीसी को कुछ बताया। संधू ने बताया कि उनके द्वारा पूर्व वीसी को विभिन्न शिकायतें दी गई थी। जिनमें यूनिवर्सिटी के इंजीनियर कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के पद पर बीसी कैटेगरी के फर्जी दस्तावेज से नियुक्त करना, चुनाव आचार लगने के एक साल पहले भरे गए पद की जांच करवाना, कुछ विशेष अध्यापकों को खुश करने के लिए पिछले विभाग के फर्जी सर्टिफिकेट पर वेतन फिक्स करना, इंजीनियर¨वग कॉलेज के कुछ अध्यापकों को सात साल में पीएचडी करने की शर्त पर नियुक्त व अध्यापकों द्वारा निश्चित समय पर पीएचडी न करवाकर एक कमेटी बनाकर अगली तरक्की देना, परीक्षा शाखा द्वारा महंगे दाम पर कागज की खरीद करना के अलावा विभिन्न ऐसे मामलों को लेकर वीसी अनुराग वर्मा के पास शिकायत दी गई थी।


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