जमीन व पैसे की राह देख रहा 161 शहीद सैनिकों का परिवार
जागरण संवाददाता, पटियाला : देश के लिए लड़ी जंग में शहीद हुए सैनिकों के प्रदेश में 161 परिवार 50-50 ला
जागरण संवाददाता, पटियाला : देश के लिए लड़ी जंग में शहीद हुए सैनिकों के प्रदेश में 161 परिवार 50-50 लाख रुपये सहित 10-10 एकड़ जमीन की राह देख रहे हैं। न तो सरकार ने उनको घोषित की राशि जारी की है और न ही उनको जमीन दी है। यह बात रविवार को बारांदरी स्थित प्रभात परवाना हाल में स्टेट एक्स सर्विसमैन वेलफेयर एसोसिएशन (सेवा) पंजाब की हुई बैठक में उठाई गई है। मौके पर प्रदेश बॉडी का चयन भी किया गया जिसमें से कर्नल कुलदीप ¨सह ग्रेवाल को प्रधान चुना गया है।
प्रधान कर्नल कुलदीप सिंह ग्रेवाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि 1962, 1965 व 1971 में देश में हुई जंग के दौरान कई सैनिक शहीद हुए थे। उन्हीं सैनिकों के प्रदेश में 161 परिवार आज भी सरकार की ओर से घोषित मुआवजा से वंचित है। 1976 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पूर्व सैनिकों की विधवाओं को 3 किस्तों में 50-50 लाख रुपये देने की न केवल घोषणा की थी बल्कि विधवाओं को 10-10 एकड़ जमीन भी देने की बात कही गई थी । राशि की कोई भी किस्त जारी नहीं है और जमीन कुछ परिवारों को मिली है जबकि कुछ को नहीं मिली है । सीनियर वाइस प्रधान ¨वग कमांडर अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि उनका वन रैंक वन पेंशन के संबंध में भी पूर्व सैनिकों की सुनवाई नहीं हो रही है। इस मामले में भी सरकार त्रुटियां दूर करे। प्रेस सचिव दफेदार हर¨जदर ¨सह खेहरा ने कहा कि पंजाब सरकार ने पूर्व सैनिकों का टोल टैक्स माफ करनी की बात कही थी जिसे पूरा करना चाहिए।
मास्टर वारंट आफिसर नायब ¨सह उप्पल ने कहा कि पूर्व सैनिकों के पंजाब से बाहरी राज्यों के बने लाइसेंस पंजाब सरकार रिन्यू नहीं कर रही है। बैठक में ब्लाक समाना से हवलदार मुख्तैयार ¨सह के साथ काफी संख्या में पूर्व सैनिक मौजूद थे।