स्पोर्ट्स साइंस से होगा खेल-खिलाड़ी का विकास
प्रदीप शाही, पटियाला आने वाले सालों में इंटरनेशनल स्तर पर आयोजित होने वाली खेलों के मद्देनजर देश म
प्रदीप शाही, पटियाला
आने वाले सालों में इंटरनेशनल स्तर पर आयोजित होने वाली खेलों के मद्देनजर देश में खेलों के समुचित विकास के लिए शुरुआती कदम उठाने शुरु कर दिए गए हैं। ताकि कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, विश्व चैंपियनशिप व खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों की पदक तालिका में बेहतर उपस्थिति दर्ज करवाई जा सके। इस कड़ी के तहत खेलों के अकादमिक ¨वग में 40 करोड़ रुपये की राशि से उपकरण खरीदने को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। यह जानकारी डायरेक्टर जनरल इंजेटी श्रीनिवास ने दैनिक जागरण को फोन पर प्रदान की।
डीजी श्रीनिवास ने बताया कि कई खेलों में भारत के खिलाड़ियों का दबदबा विश्व स्तर पर माना जा रहा है। परंतु अभी भी खेलों को बेहतर बनाने की जरुरत है। इस कड़ी के तहत अब अकादमिक क्षेत्र को मजबूत आधार देने के लिए स्पोर्ट्स साइंस विषय को चुना गया है। मौजूदा दौर में समूचे विश्व में स्पोर्ट्स साइंस विषय पर अधिक काम किया जा रहा है। भारत में भी अब इस विषय के लिए 40 करोड़ रुपये की राशि आरक्षित की गई है। इससे अकादमिक क्षेत्र में उपकरण खरीदे जाएंगे। अभी तक इस विषय में केवल कुछ सप्ताह के लिए ही रिसर्च की जाती थी। अब सारा साल इस विषय पर रिसर्च जारी रहेगी। जो विभिन्न खेलों पर रिसर्च करते रहेंगे। मनोवैज्ञानिक किसी भी खेल और खिलाड़ी के साथ जुड़ कर उसके विकास में बेहतर परिणाम ला सकते हैं। सारा साल केवल खिलाड़ी ही नहीं कोचों की भी प्रफार्मेंस का रिकार्ड रखा जाएगा। क्योंकि प्रेक्टिकल थ्योरी में कोचों की सहभागिता बेहद जरुरी होती है। फूड सप्लीमेंट सप्लाई करने में आ रही दिक्कतों का समाधान करने के लिए निकट भविष्य में ब्रांडेड फूड सप्लीमेंट ही एथलीट को प्रदान किए जाएंगे।