बरनाला ने शिअद की पीठ में छुरा घोंपा : बादल
जागरण संवाददाता, पटियाला मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला पर श
जागरण संवाददाता, पटियाला
मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला पर शिरोमणि अकाली दल (ब) की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री अकाली नेता जसदेव सिंह संधू की 15वीं पुण्यतिथि के समारोह में शामिल होने आए हुए थे।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सुरजीत सिंह बरनाला वास्तविक रूप से जिस राजनीतिक दल के साथ संबंध रखते थे और जिसके वे प्रधान भी रहे तथा शिअद की वजह से वह मुख्यमंत्री, राज्यपाल और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री जैसे प्रतिष्ठित पदों पर रहे है, ने बदले में पार्टी को धोखा दिया। उन्होंने धूरी उपचुनाव में अपने पोते सिमरप्रीत सिंह बरनाला को काग्रेस पार्टी के टिकट पर उतारा है।
काग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को सीबीआइ द्वारा दी गई क्लीन चिट पर मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि एनडीए सरकार की ओर से गठित की गई एसआइटी 1984 के सिख नरसंहार के अपराधियों को कठघरे में लाएगी और पीड़ितों को न्याय मिल पाएगा।
मुख्यमंत्री बादल ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं संसद में कांग्रेस के उपनेता कैप्टन अमरिदर सिंह के पंजाब विकास के दावे पर कहा कि सब कुछ रिकॉर्ड पर है। कोई भी बिना किसी आधार के ऐसे ऊंचे-ऊंचे दावे किस तरह कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की फिजूल बयानबाजी का क्या फायदा? उन्होंने कहा कि मैं भी कह सकता हूं कि राज्य के पास 50,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व है। हर कोई जानता है कि हमारी सरकार ने राज्य के समग्र विकास के लिए क्या किया है? और राज्य के विकास में अमरिंदर का क्या योगदान रहा है?
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के कर्मियों की ओर से छठे राज्य वेतन आयोग का गठन करने की माग पर कहा कि कर्मचारियों के लिए उचित समय पर अगले राज्य वेतन आयोग की स्थापना करने की घोषणा की जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने अकाली दिग्गज नेता जसदेव सिंह संधू को श्रद्धाजलि अर्पित करते हुए उन्हें बहुआयामी व्यक्तित्व बताया।
इस अवसर पर पंजाबी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. जसपाल सिंह, हरिंदरपाल सिंह टोहड़ा, भगवान दास जनुेजा, अजैब सिंह मुखमैलपुर, जगजीत सिंह दर्दी, दलबीर सिंह ढिल्लों समेत अन्य अकाली नेता मौजूद थे।