भोला की मजीठिया को क्लीन चिट!
विनय शौरी, पटियाला ड्रग रैकेट के मामले में नाभा की अतिरिक्त सुरक्षा वाली जेल में बंद जगदीश भोला न
विनय शौरी, पटियाला
ड्रग रैकेट के मामले में नाभा की अतिरिक्त सुरक्षा वाली जेल में बंद जगदीश भोला ने जेल पीसीओ से एक टीवी चैनल के जरिये कैबिनेट मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को क्लीन चिट दी है। क्लीन चिट देने की इस समय भोला को जरूरत क्यों पड़ी? जेल के जबरदस्त सुरक्षा इंतजाम भेदते हुए किसी टीवी चैनल को भोला ने इंटरव्यू कैसे दिया? हमेशा से मौजूदा सरकार के मंत्रियों की संलिप्तता ड्रग कारोबार में होने का इशारा करते आ रहे भोला ने एकदम से यू-टर्न क्यों लिया? एसएसपी हरदयाल सिंह मान दावा करते रहे हैं कि उन्होंने भोला के छह हजार करोड़ रुपये के ड्रग नेटवर्क को तोड़ा है, जबकि डीजीपी सुमेध सिंह सैनी इस राशि से खुद को अंजान क्यों बताते आ रहे हैं? इन सभी सवालों का जवाब देने के लिए कोई भी पुलिस अधिकारी सामने आने को तैयार नहीं है।
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राज्य की सभी जेलों में बीएसएनएल के पीसीओ बंद
ड्रग रैकेट में संलिप्त जगदीश भोला ने 26 फरवरी को जेल में लगे बीएसएनएल के पीसीओ से एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया था, जिसे तीन मार्च को प्रसारित किया गया। दिलचस्प है कि भोला द्वारा टीवी चैनल को इंटरव्यू दिए जाने की जानकारी उस समय तक नहीं थी, जब तक उसका प्रसारण नहीं हुआ था। भोला द्वारा जेल की सुरक्षा व्यवस्था को भेदने में कौन लोग शामिल थे या इस पूरे प्रकरण से किन लोगों को सीधा लाभ पहुंच सकता था, अब जांच का हिस्सा बन चुका है। फिलहाल जेल एडीजीपी आरपी मीना ने राज्य की सभी जेलों में लगे बीएसएनएल के पीसीओ को बंद करवा दिया है, जबकि जेलों में स्थापित कनेक्ट कंपनी के पीसीओ पहले की भांति चलते रहेंगे।
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..कॉल डिटेल की होगी जांच
नाभा की अतिरिक्त सुरक्षा वाली जेल में रहते हुए जगदीश भोला ने पीसीओ से कहां-कहां और किन लोगों से बात की, इसका रिकार्ड इकट्ठा होना शुरू हो गया है। नाभा जेल सुपरिंटेंडेंट गुरपाल सिंह सराओ का कहना है कि जेल एडीजीपी के आदेश के बाद बीएसएनएल पीसीओ को बंद कर दिया गया है। बीएसएनएल के फोन से भोला को लंबी बात करने की अनुमति देने वाला कौन है, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि भोला की इस हरकत के बाद से उसे अन्य कैदियों से अलग सेल में बंद कर दिया गया है और उसे कनेक्ट कंपनी के पीसीओ से बात अगले आदेश तक नहीं करने दी जाएगी।
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2400 रुपये किलो की दवा बना दी एक करोड़ की
जगदीश भोला ने दावा किया है कि यदि ड्रग रैकेट में उसकी एक फीसद संलिप्तता भी सामने आ जाए, तो उसे उसके बच्चों सहित फांसी पर लटका दिया जाए। जगदीश भोला ने इंटरव्यू में कहा है कि देश की सभी दवा फैक्ट्रियों में सूडो एफड्रिन नामक साल्ट टनों के हिसाब से पड़ा है और यह महज 25 सौ से 35 सौ रुपये प्रति किलोग्राम से उपलब्ध हो सकती है। मगर, पटियाला पुलिस ने इसे एक करोड़ रुपये प्रति किलो के रूप में दिखाया है। भोला ने दावा किया है कि पटियाला पुलिस झूठे दावे करती रही है कि उन्होंने आइस नामक ड्रग पकड़ा है। सच्चाई तो यह है कि पटियाला पुलिस के किसी अधिकारी ने कभी आइस देखी तक नहीं। उसने कहा कि वह बार-बार इसी कारण से अपने मामले की सीबीआइ जांच करवाने को कह रहा है, ताकि पंजाब पुलिस की सच्चाई सामने आ सके।