Move to Jagran APP

कोहरे ने थामी जिंदकी की रफ्तार

जागरण संवाददाता, पटियाला तेज हवाओं के साथ चल रही शीत लहर ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वीरवार

By Edited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 07:40 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 07:40 PM (IST)
कोहरे ने थामी जिंदकी की रफ्तार

जागरण संवाददाता, पटियाला

prime article banner

तेज हवाओं के साथ चल रही शीत लहर ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वीरवार को शहर में दिन भर धूप नहीं खिलने से सड़कें सूनी रहीं और घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी भी घट गई है। इस वजह से सड़कों पर वाहनों की रफ्तार भी कुंद पड़ गई है। इसके चलते लोगों को जगह-जगह आग सेंकते देखा जा सकता है।

तापमान में और गिरावट की आशंका

मौसम विभाग से जुटाई गई जानकारी के अनुसार वीरवार को अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। दिन और रात के तापमान में अब सिर्फ चार डिग्री सेलसियस का ही फर्क रह गया है। आज 53 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। शुक्रवार को भी आसमान में बादल छाए रहने की उम्मीद है और घने कोहरे के साथ विजिबिलिटी घटने और तापमान में भारी कमी आने की संभावना है।

------------

खाली दुकानदार, ग्राहकों का इंतजार

शहर की सड़कों पर लोग अपने मुंह, कान और नाक को ढक कर जाते देखे गए। दिन में भी लोगों को अपनी गाड़ी की लाइट जलानी पड़ी। जानलेवा मौसम में लोग आग के सहारे ही जान बचाने को मजबूर हैं। शीत लहर की चपेट में आ जाने से खास कर गरीबों का जीना मुश्किल हो रहा है। मार्केट में खुली दुकानों के बाहर दुकानदार ग्राहक का इंतजार करते रहे।

-------------

गर्म कपड़े के दुकानदारों की चांदी

गर्म कपड़े बेचने वाले दुकानों के आगे खासी भीड़ देखी गई। गर्म कपड़े के दुकानदारों की चांदी बनी रही। अन्य दिनों की तरह चौक चौराहों पर लेबर मिस्त्री का काम करने के लिए खड़े रहने वाले लेबर भी कम संख्या में ही बाहर निकले। कई मजदूर शीत लहर में काम करने की बजाय घर लौटना ही मुनासिब समझा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.