श्मशानघाट में सजती है महफिल, हवन कुंड में बनता है मुर्गा
राज चौधरी,पठानकोट मोहल्ला पिपला वाला स्थित श्मशानघाट इन दिनों पियक्कड़ों का अड्डा बना हुआ है। शाम
राज चौधरी,पठानकोट
मोहल्ला पिपला वाला स्थित श्मशानघाट इन दिनों पियक्कड़ों का अड्डा बना हुआ है। शाम ढलते ही मोहल्ले के शराबी इकट्ठा होकर श्मशानघाट में जाकर महफिल सजा लेते हैं। उसके बाद शुरू हो जाता है दारू पीने का दौर। इतना ही नहीं मुर्गा भी श्मशानघाट के हवन कुंड पर ही तैयार किया जाता है। इसी बात को लेकर मोहल्ला के लोगो में श्मशानघाट में रह रहे बाबा एवं शमशानघाट प्रबन्धकों के प्रति भारी रोष पाया जा रहा है। बता दें कि
बेहतरीन सुविधाओं वाले इस श्मशानघाट का निर्माण अनुमानित 10 साल पहले करवाया गया था। मोहल्ले के लोगों ने खुद अपने पास से पैसे लगाकर महिलाओं एवं पुरूषों के बैठने से लेकर अच्छे ढंग से व्यवस्था करवाई। बाद में श्मशानघाट की देखरेख के लिए प्रबन्धकों की ओर से एक बाबा को रखा गया। मगर यह बाबा शाम ढलते ही युवाओं के साथ खुद शराब के नशे में मदहोश हो जाता है।
शराब ही नहीं चिलम के कश लगाते मिलते हैं युवा
पिपलावाला मोहल्ला स्थित श्मशानघाट में शराब ही नहीं अपितु नशा के चंगुल में फंस चुके युवक चिलम तथा अन्य प्रकार के नशे के लिए भी अंधेरे को सबसे सेफ मानते हैं। रात्रि एक ओर जहां शराब का दौर शुरू होता है वहीं पर आप किसी भी कोने में चले जाएं चिलम तथा अन्य मेडिकल नशा करने वाले युवक भी आपको अपना नशा पूर्ति करते हुए दिख ही जाएंगे।
ऐसी कोई घटना ध्यान में नहीं : बीडी शर्मा प्रबन्धक
शमशानघाट के मुख्य प्रबन्धक बीडी शर्मा से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि श्मशानघाट में दारू पिलाने की कोई भी घटना उनके ध्यान में नहीं है। उन्होंने पीसीआर दस्ते को रोजाना देर रात्रि तक इस श्मशानघाट में गश्त करने के लिये कहा है। अगर श्मशानघाट का बाबा इसमें संलिप्त है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी हालत में शमशानघाट में शराब का दौर चलने नहीं दिया जाएगा।