तीसरे दिन भी नहीं चली 57 पनबसें
जागरण संवाददाता, नवांशहर : पंजाब रोडवेज के कर्मचारियों की प्रदेश भर में चल रही हड़ताल तो स्थगित हो गई
जागरण संवाददाता, नवांशहर : पंजाब रोडवेज के कर्मचारियों की प्रदेश भर में चल रही हड़ताल तो स्थगित हो गई, लेकिन नवांशहर में पनबस कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। इस कारण नवांशहर रोडवेज डिपो से पनबस की 57 से अधिक बसें नहीं चली, जिससे लोग परेशान रहे। डिपो प्रधान बलविन्दर ¨सह ने कहा कि कांट्रेक्ट वर्करों की तनख्वाह में से गई नाजायज कटौतियों किए जाने के कारण यह हड़ताल की गई, डिपो प्रबंधन और ठेकेदार की तरफ से हर वर्कर की चार हजार से 7 हजार तक नाजायज कटौती की गई है और चालक और कंडक्टरों की नाजायज रिपोर्ट पेशकर उन्हे फारिग किया गया। बलविन्दर ¨सह ने कहा कि जब तक नाजायज की गई कटौतियां और नाजायज तौर पर किए हुए फारिग वर्कर बहाल न किए जाएंगे, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि 10-10 साल से 18-18 घंटे काम करने वाले कांट्रेक्ट वर्करों के साथ हर महीने की जा रही धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डिपो के जीएम और ठेकेदार की डीजल की नाजायज रिकवरी या अन्य रिकवरियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इन रिकवरियों के पैसे तत्काल इन वर्करों के खातों में डाले जाएं। इस हड़ताल से हो रहे नुकसान की जिम्मेदारी ठेकेदार और जीएम की होगी।
सूबा सचिव परमजीत ¨सह, प्रधान बलविन्दर ¨सह दयोल, जनरल सचिव अशोक कुमार रोड़ी, मित्र प्रधान हरदीप ¨सह काहलों, सुलक्खण ¨सह दयोल, सोहण लाल, गुरदेव ¨सह, अजैब ¨सह, राजविन्दर, चंद्र मोहन, पलविन्दर ¨सह सुलेखा, कुलविन्दर ¨सह, गुरमीत ¨सह, लखवीर ¨सह, दलजीत ¨सह आदि श्रमिक नेताओं ने कहा कि कच्चे कर्मियों को पक्का करना तो दूर उनके वेतन में से पैसे काटे जा रहे हैं, किसी को मात्र 700 तो किसी को मात्र 900 रुपये सेलरी मिली, ऐसे में वे दीपावली पर अपने बच्चों के लिए क्या लेकर जाएंगे। श्रमिक नेताओं ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को समय रहते न पूरा किया तो कर्मचारी आंदोलन को तेज कर देंगे। इधर दूसरी ओर पंजाब रोडवेज की 57 बसों में से एक भी बस नहीं चलने से दूर-दराज के सफर पर जाने वाले यात्री परेशान रहे।