प्रमाणपत्र न मिलने पर विद्यार्थियों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, नवांशहर जहां एक तरफ सभी यूनिवर्सिटीज को विद्यार्थियों को 180 दिन के भीतर डिग्री ज
जागरण संवाददाता, नवांशहर
जहां एक तरफ सभी यूनिवर्सिटीज को विद्यार्थियों को 180 दिन के भीतर डिग्री जारी करने के आदेश जारी किए जा रहे हैं, वहीं स्थानीय चंडीगढ़ रोड स्थित आइटीआइ में पिछले आठ साल से विद्यार्थियों को उनके सर्टीफिकेट न मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि उन्हें कोर्स पूरा किया किसी को आठ साल तो किसी पांच साल का समय गुजर चुका है। छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें हर बार कहा जाता है कि आप के सर्टीफिकेट आप के घर पहुंच जाएंगे। मगर अभी तक किसी के घर कोई पार्सल नहीं पहुंचा। उनमें से कुछ छात्रों ने रोडवेज में कच्चे तौर पर नौकरी शुरु की, मगर उन्हें पक्के होने के लिए सर्टीफिकेट का होना लाजमी है। इस कारण उन्हें रोजाना कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं मगर यहां का स्टाफ व ¨प्रसिपल उन्हें जानकारी देना भी उचित नहीं समझते।
छात्र अमनदीप ¨सह, ज¨तदर ¨सह, राकेश कुमार, अजय कुमार, सोढी ¨सह, प्रमोद कुमार, गुर¨वदर ¨सह, भू¨पदर ¨सह, चंदन राणा, हर¨वदर ¨सह, गुरप्रीत ¨सह, जगजीत ¨सह, परमजीत ¨सह, सुखदेव ¨सह, सुखदेव ¨सह, मनजीत ¨सह, म¨हदर ¨सह, रघुवीर ¨सह, सु¨रदर ¨सह आदि ने आइटीआइ प्रशासन पर आरोप लगाया कि वे उनके भव्षि्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कार्यलय आते हैं तो सुप¨रटेंडेंट तरसेम चंद व कर्लक जस¨वदर ¨सह उन्हें लेट फीस के 1200 रुपये जमा करवाने की बात कहते हैं जबकि उनकी कोई गलती नहंी है। छात्रों ने कहा कि किस बात की लेट फिस जमा करवाएं जबकि हमारा कोई कसूर तक नहीं है। विभाग की गलती की सजा हम क्यों भुगते।
विद्यार्थियों ने कहा कि नेशनल ट्रेड सर्टीफिकेट के बिना हमें कहीं काम नहीं मिल रहा। जिस की पूरी जिम्मेदारी आईटीआई प्रशासन की बनती है। उन्होंने जब ¨प्रसिपल रु¨पदर ¨सह ने बात करनी चाही तो वे आज छुटटी पर होने के कारण नहीं मिल सके। जिस के चलते छात्रों मे आईटीआईं स्टाफ के प्रति नारेबाजी कर के रोष प्रर्दशन किया। पत्रकारों के आते देखा तो तरसेम चंद सुप¨रटेंडेंट ने छात्रों को रजिस्ट्रेशन के मात्र 150 रुपये जमा करवाने की बाच कही।
इनसेट
मामले की खुद जांच करेंगें : प्रिंसिपल
आईटीआई के ¨प्रसिपल से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्हें ने कहा कि वे आज छुटटी पर हैं। कल आते ही सारे मामले की वे खुद जांच करेंगे। छात्रों के सर्टीफिकेट केंद्र से आने में लगभग चार-पांच साल का समय लग जाता है। यदि किसी को देरी हुई हो तो मैं कार्रवाई कर जल्द सर्टीफिकेट मुहाया करवाने का प्रयत्न करुंगा।