11 मुखी हनुमान मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र
जागरण संवाददाता, नवांशहर : मंदिर की गाथा नवांशहर के गढ़शंकर रोड पर स्थित श्री 11 मुखी हनुमान मं
जागरण संवाददाता, नवांशहर :
मंदिर की गाथा नवांशहर के गढ़शंकर रोड पर स्थित श्री 11 मुखी हनुमान मंदिर शहर में इकलौता दक्षमुख हनुमान मंदिर है। हर मंगलवार यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। पिछले 14 सालों से इस मंदिर की प्रसिद्धी दूर-दूर तक जानी जाने लगी है। इस मंदिर के मुख्य सेवादार महंत बाबा राम दास नागा जी संस्थापक के आशीर्वाद से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो रही हैं। उन्होंने बताया कि 2001 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ। 2004 में श्री हनुमान जी की मूर्ति की प्रतिष्ठापना की गई। 2006 में भगवान शंकर के विराट रूप वाली प्रतिमा प्रतिष्ठापित की गई। 2008 में मां शेरां वाली की ममतामई मूर्ति सुशोभित की गई और 2009 में चांदी का विशाल शिव ¨लग स्थापित किया गया। सावन महीने में इस शिव¨लग की पूजा का विशेष महत्व है। कन्याओं को मन चाहे वर की प्राप्ति होती है।
इनसेट- संत जानकी दास
मंदिर के संचालक संत जानकी दास ने बताया कि हर मंगलवार को तीन बजे से शाम छह बजे तक राम दरबार महिला संकीर्तन मंडल द्वारा कीर्तन किया जाता है। जिसमें क्षेत्र की सभी महिलाएं भाग लेती हैं।
इनसेट- रेनू राणा
मंदिर की प्रमुख सेवादार रेनू राणा ने बताया कि मंदिर में आकर मन को जितनी शांति मिलती है वह ब्यान नहीं कर सकती। उन्होंने बताया कि बाबा जी पिता के समान और मंदिर घर जैसा प्रतीत होता है।
इनसेट- मूलराज राणा
मूलराज राणा ने बताया कि वह रोजाना मंदिर में सेवा कर अपने जीवन का धन्य मानते हैं। यहां सभी भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार फल प्राप्त करते हैं। मंदिर में सभी धर्मों के लोग माथा टेकने के लिए आते हैं।
तैयारियां
मंदिर में सावन के महीने में भक्तों के लिए पूजा अर्चना के लिए खास इंतजाम किए जाते है। उनमें पूजा के काम आने वाली सभी वस्तुएं फूल फल, बेल फल, भांग धतूर, मदार, अक्षत, भभूत और स्वच्छ जल। इसके साथ ही इन दिनों के लिे खास तौर पंडित की व्यवस्था होती है, जो शिव भक्तों को पूजा करवाते है, इस मौके पर शिव पुराण का पाठ भी करवाया जाता है। यहां पर शिव भक्तों के लिए 2009 में चांदी का विशाल शिव ¨लग पूरे विधि विधान के साथ प्रतिष्ठापित किया गया है। सावन महीने में महिलाओं की पूजा के लिए विशेष व्यवस्था होती है। ऐसी मान्यता है कि इस शिव¨लग की पूजा का विशेष महत्व है। कन्याओं को मन चाहे वर की प्राप्ति होती है।