लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई की जाए
जागरण संवाददाता, नवांशहर नवांशहर में पुलिस की ओर से एससी/ओबीसी विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज की प्रोग
जागरण संवाददाता, नवांशहर
नवांशहर में पुलिस की ओर से एससी/ओबीसी विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज की प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन (पीडीएसयू) बिहार के महासचिव सु¨रदर ¨सह ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने बुधवार को बिहार से पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप तहत केसी कॉलेज में पढ़ने आए विद्यार्थियों व पीएसयू सदस्यों से भेंट की और घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने जिला प्रशासन एवं पंजाब सरकार से लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिस अधिकारियों, कर्मियों और कॉलेज प्रबंधकों पर मामला दर्ज करने की मांग की।
केसी कॉलेज में पढ़ रहे बिहार के विद्यार्थियों के साथ बैठक कर उन्होंने विद्यार्थियों को कॉलेज प्रबंधकों व सरकार के स्तर पर आ रही परेशानियों की जानकारी हासिल की। उन्होंने बताया कि कॉलेज प्रबंधकों से जानकारी मिली है कि बिहार सरकार ने उन्हें पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम तहत फंड जारी नहीं किया है। इस कारण वह विद्यार्थियों से फीस वसूल रहे हैं। यह मामला वह बिहार सरकार के ध्यान में लाएंगे। इसके पश्चात समस्या के समाधान के लिए वह पीएसयू के साथ मिलकर संघर्ष भी करेंगे।
पीडीएसयू महासचिव ने कहा कि लाठीचार्ज में बिहार के जिला कटिहार के गांव महेशपुर निवासी राहुल कुमार की दोनों टांगें टूट गई हैं, जबकि जिला पश्चिम चंपारण के गांव बेदिया निवासी मो. इकराम की एक बाजू टूटी है। वहीं बिहार, झारखंड व पंजाब के करीब एक दर्जन विद्यार्थी भी घायल हुए हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि इन लोगों की पढ़ाई और सेहत पर जो प्रतिकूल असर पड़ेगा उसका कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के अधिकारों के लिए वह संघर्ष करेंगे, चाहे वह बिहार में करना पड़े या फिर पंजाब में।
सु¨रदर ¨सह ने बताया कि जिला भलाई अधिकारी ने जानकारी दी है कि दोआबा कॉलेज छोकरां, केसी कॉलेज नवांशहर और रयात बाहरा कॉलेज रैलमाजरा को सरकार ने वर्ष 2014-15 का पौने 10 करोड़ रुपये का फंड जारी कर दिया है। उन्होंने मांग की कि निजी कॉलेज प्रबंधकों ने विद्यार्थियों से जो फीस वसूली है, उसे जल्द लौटाया जाए। उन्होंने जिला प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते कहा कि विद्यार्थियों ने कई बार डीसी को ज्ञापन सौंपे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे यह घटना घटी है।