अनचाही बरसात से किसानों के निकले आंसू
अशोक सिंह भारत, नवांशहर :अनचाही बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी ने किसानों के आंसू निकाल दिए हैं। कृ
अशोक सिंह भारत, नवांशहर :अनचाही बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी ने किसानों के आंसू निकाल दिए हैं।
कृषि विशेषज्ञ एवं प्रोग्रेसिव किसान महिंदर सिंह दोसांझ बोले कि नवांशहर, होशियारपुर व रोपड़ के कंडी क्षेत्रों के लिए यह बारिश वरदान है, लेकिन तराई इलाकों में सब्जी, फूल, चारे, चना व मटर की फसल के लिए नुकसानदेह है। बारिश और तेज हवाएं गेहूं की फसल को जमीन पर लिटा देती है, जिससे फसल चौपट हो सकती है। खेतों में पानी जमा रहने पर चारे की फसल नीचे से गलने लगती है। गेहूं की पिछोकड़ फसल को खास नुकसान नहीं होगा, लेकिन अगेती की फसल जिनका पौधा बड़ा हो गया है, उसे नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि वैसे इस दिनों बहुत से खेतों में खड़ी गेहूं व सरसों की फसलों में भौर निकलने लगे हैं। सरसों में तो फूल भी निकल आए हैं ऐसे में इस बरसात से फूल के भौर झड़ने से फसल की झाड़ कम होगी और पैदावार घट जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें अंदेशा है कि बारिश दो-तीन दिन चलेगी। अगर ऐसा हुआ तो फसलों की बहुत नुकसान होगा।
मौसम विभाग चंडीगढ़ के अनुसार, देश के उत्तरी भागों में बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि पश्चिमी विक्षोभ के चलते हुआ है। इस तरह का मौसम दो-तीन दिनों तक बने रहने का अनुमान है। रविवार की देर रात से शुरू हुई बारिश मंगलवार तक होती रहेगी। मौसम में आर्द्रता 95 फीसदी रही है। इसके बाद तो मौसम खुल जाएगा और गर्मी शुरू हो जाएगी।
बारिश को लेकर किसान कुलवीर सिंह तुहड़पुर और सुरजीत सिंह ने इस बरसात को कनक की अगेती की फसल और दलहन की चना व मटर के लिए नुकसान देह बताया है। इस बारिश ने तो किसानों के आंसू निकाल दिए हैं।