निजी स्कूलों में कैमरे के साथ लगेंगे मैटल सेंसर
जागरण संवाददाता, नवांशहर : पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी स्कूल में मंगलवार को आतंकी हमले में 132 ब
जागरण संवाददाता, नवांशहर : पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी स्कूल में मंगलवार को आतंकी हमले में 132 बच्चे मारे गए थे। इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में नए सिरे से सोचने को मजबूर कर दिया है। सुरक्षा व्यवस्था में सीसीटीवी कैमरे अहम भूमिका है। दैनिक जागरण ने जिले के स्कूलों में सीसीटीवी को लेकर पड़ताल की, तो पाया कि हाई-प्रोफाइल के निजी स्कूलों को छोड़कर अन्य सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे ही लगे हैं।
नवांशहर के आदर्श बाल विद्यालय, चंडीगढ़ रोड स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल, करियाम रोड स्थित केसी ग्रुप आप कालेजेस, करीहा स्थित कैम्ब्रिज इंटर नेशनल स्कूल, बहराम के संस्कार, बंगा भगवान महावीर सीसे पब्लिक स्कूल, राहो के कृपाल सागर एकेडमी तथा बलाचौर के एमआर सिटी पब्लिक स्कूल, रयात बाहरा व दोआबा कालेज में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और काम भी कर रहे हैं।
शहर के राहों रोड पर स्थित दोआबा आर्य सीसे स्कूल के प्रिंसिपल राजिंदर सिंह गिल ने बताया कि पेशावर की घटना के बाद स्कूल प्रबंधन कमेटी ने स्कूल में सीसीटीवी कैमरे के साथ साथ मुख्य गेट पर मैटल सेंसर भी लगाने का निर्णय लिया गया है, ताकि स्कूल में कोई भी व्यक्ति किसी किस्म का हथियार लेकर न घुस सके। उन्होंने कहा कि पेशावर की घटना ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फिर से सोचने पर मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे वारदात में अपराधियों की पहचान करने में सहायक हो सकते हैं, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से मैटल सेंसर का होना बहुत जरूरी है।
जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि सरकारी स्कूलों में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। उन्होंने भई पेशावर के आर्मी स्कूल में मंगलवार को हुए फिदाइन हमले की कटु निंदा की और कहा कि निर्दोष बच्चों का कत्लेआम कर तालिबान संगठन को बदनामी के अलावा कुछ नहीं मिला है।