बंगा परिषद कर्मियों को मिल सकता है वेतन, नवांशहर करेगा इंतजार
अशोक सिंह भारत राज बटोया नवांशहर बंगा
महीने की शुरुआत होते ही हड़ताल पर गए कर्मचारियों के परिजनों खासकर महिला कर्मियों में वेतन को लेकर संशय शुरू हो गया है। भले ही हड़ताली कर्मचारियों के नेता कह रहे हैं कि घबड़ाओं नहीं, वेतन दिलाकर रहेंगे, बावजूद इसके लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जबसे स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी का नोटिफिकेशन जारी हुआ है कि नो वर्क नो पे का तभी से हड़ताल को लंबा चलने की उम्मीद टूटती नजर आने लगी थी। जिले का बंगा उपमंडल का परिषद कार्यालय में क्लर्क और सफाई कर्मचारी अपना-अपना काम करते हुए नजर आ रहे थे। नगर परिषद नवांशहर में ही तबादला नीति को लेकर बीते चार अगस्त से चली आ रही क्लर्को की हड़ताल को सफाई मजदूरों ने अपना समर्थन नैतिकता के नाते दिया था। बाद में इसमें सफाई कर्मचारियों ने अपनी भी कुछ मांगे शामिल कर दी थी।
बीते 30 दिनों से चली आ रही हड़ताल से महिला कर्मियों में असमंजस की हालत बनी हुई है। वेतन के मुद्दे पर ये लोग साथी पुरुष कर्मचारियों की ओर निहार रही हैं। नाम न छापने की शर्त पर बोलीं की हालत पर बुरा असर तो पड़ेगा ही। इन लोगों को हड़ताली नेता दिलासा देते हुए नजर आए।
मंगलवार को नगर परिषद नवांशहर के हड़ताली कर्मचारियों ने जतिंदर कुमार व सूरज खोसला के नेतृत्व में बैठ की। इसमें वेतन मिलने व न मिलने की संभावनाओं पर गंभीरता से विचार विमर्श किया और फिर सभी साथी कर्मचारियों को कहा घबड़ाए नहीं, वेतन हर हाल में मिलेगा। इस मौके पर दिलबाग, मुख्तियार, कामा, बंटी बगानिया, मक्खन सिंह, नीलम बजाज, कुलदीप, नीलम पाल, भूपिंदर, सुरिंदर कुमार, सूरज, रवि, काला देवीचंद, संजीव, कन्हैया, शौकी, बिंट्टू, गगनदीप, सलिल, वरिंदर, गुरमीत राम, जसवंत, रमन कुमार, अमरजीत, अजय, बलविंदर, अमरदीप, सर्विल खोसला, रजीव शर्मा, रमन कुमार आदि।
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वेतन कटौती को सहन नहीं : जतिंदर
नवांशहर के क्लर्क व सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान जतिंदर कुमार बोले की अगर सरकार हम लोगों की मांगे मान भी लेती है, तब भी हम लोगों की हड़ताल वेतन कटौती के विरोध में चलती ही रहेगी। उन्होंने कहा कि म्यूनिसिपल कर्मचारियों का वेतन खजाना दफ्तर से नहीं मिलता है। हमलोग हड़ताली कर्मचारियों का वेतन बनाएंगे और उसका चेक तो ईओ को पास करना ही पड़ेगा।
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वेतन लेना कामगारों का मौलिक अधिकार : यूनियन नेता
यूनियन के चेयरमैन जतिंदर कुमार बातों का समर्थन करते हुए सफाई यूनियन के प्रधान सूरज खोसला बोले कि वेतन तो हम लोगों का मौलिक अधिकार है, और अधिकारों की मांग के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में हड़ताल कामगार का सशक्त हथियार है। वेतन तो हर हाल में लेकर ही हड़ताल से हटेंगे।
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बंगा नगर परिषद के सीनेटरी इंसपेक्टर यशपाल ने बताया कि हमारे यहां कर्मचारी सुबह शाम काम कर रहे हैं। इन लोगों की हड़ताल नहीं है, ये सभी लोग दोपहर में रोष प्रदर्शन करते हैं।
नहीं मिला कोई नोटीफिकेशन : अशोक
बंगा नगर परिषद के एकाउंट क्लर्क अशोक कुमार बोले कि बंगा में कर्मचारी हड़ताल पर नहीं थे। वे लोग तो रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में उन लोगों का वेतन न मिलने की संभावना बहुत कम है। वैसे भी स्थानीय निकाय मंत्री द्वारा जारी नो वर्क नो पे का कोई नोटिफिकेशन उन्हें अभी तक नहीं मिला है।