शहररियों की सुविधा, पावरकॉम को दुविधा
योगेश मल्होत्रा, बलाचौर
शहर के लोग जितने सुविधाभोगी होते जा रहे हैं, उतनी दुविधा में आ रहा है पावरकॉम। अपने घर या प्रतिष्ठान का माहौल ठंडा रखने के चाहवान लोग बिजली निगम को अपने बढ़े लोड की जानकारी नहीं देते। यही है पावरकॉम को गुस्सा चढ़ने का असल कारण। शहर में एसी की बिक्री लगभग तीन गुणा बढ़ चुकी है, लेकिन उतनी संख्या में लोड बढ़ाने की शिकायत नहीं बढ़ी।
एक अनुमान के मुताबिक शहर के करीब एक तिहाई लोगों ने एसी लगा लिए। इसके एवज में सरकार को बनती फीस अदा नहीं की गई, जबकि सरकार द्वारा लोगों की सुविधा के लिए 31 जुलाई 2014 तक 20 प्रतिशत छूट के साथ (वीडीएस) स्वेच्छा घोषणा स्कीम चलाई गई। इसके तहत कोई व्यक्ति अपने घर का लोड जितना चाहे बढ़ा सकता है, जिससे सरकार को फायदा हो, उसे पैसों में छूट व सरकार को यह पता लग सके कि कितनी बिजली की जरूरत है और किस तरह लोगों को और सुविधाएं दी जा सकें। लोगों को और सुविधाएं देने के लिए यह स्कीम चार अक्तूबर 2014 तक बढ़ा दी गई है, लेकिन छूट वापस ले ली गई। दूसरी तरफ शहर के कुछ लोग सोचते हैं कि न आज तक उनके यहां कोई चेक करने आया है और न आएगा। इसी छोटी सोच का परिणाम है कि बिना बिजली निगम को सूचित किए लग रहे एसी से शहर में कई बार लोड की समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। पिछले महीने जहां पहले बिजली के लोड की समस्या थी, वहीं लोड कम ज्यादा होने से कई घरों में शॉर्ट-सर्किट भी हुए।
उधर इस संबंध में बिजली निगम के एसडीओ एचएस धनोटा ने बताया कि कानून के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति एसी या भारी बिजली का यंत्र लगाता है तो उसे अपना लोड भी उसके साथ ही बढ़ाना चाहिए। शहर में समय-समय पर चेकिंग की जाती है। सरकार द्वारा चार अक्तूबर तक तो स्वेच्छा घोषणा स्कीम चलाई जा रही है। उसका फायदा उठाना चाहिए और जो लोड वह इस्तेमाल करते हैं, वह उन्हें बताएं। चार अक्तूबर के बाद जिन लोगों ने नाजायज तौर पर लोड पाया गया तो बनती कार्रवाई की जाएगी।