पहले आज से अच्छे होते थे चुनाव
आजकल के चुनावों के मुकाबले पहले चुनाव बहुत अच्छे होते थे। किसी वार्ड या गांव का जो नेता कि
आजकल के चुनावों के मुकाबले पहले चुनाव बहुत अच्छे होते थे। किसी वार्ड या गांव का जो नेता किसी के पक्ष में वोट देने को कहता था तो वार्ड व गांव के अधिकतर लोग उसका कहा मानते थे। आजकल वोटर बहुत जागरूक हो चुका है, लेकिन पहले के मुकाबले आजकल के चुनावों में शोर शराबा ज्यादा देखने को मिल रहा है। अधिकतर राजनैतिक दलों के उम्मीदवार चुनाव में होने वाले खर्च का चुनाव आयोग को सही ब्योरा नहीं देता। शहरों में घूमने खाले रिक्शों व ई रिक्शा वालों को पैसे देकर अपने पक्ष में झंडा लगाने के लिए खरीद लेते हैं। चुनावों दौरान मतदाताओं को खुश करने के लिए लंगर के साथ नशों का भी लंगर दिया जाता है। वाट्सअप तथा फेसबुक पर एक दूसरे उम्मीदवार पर निजी कटाक्ष कर कीचड़ उछाला जाता है, जो पहले नहीं होता था।
डॉ. मेजर ¨सह फौजी