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मान्यता तीन को, चल रहे दर्जनों आइलेट्स सेंटर

सरबजीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब राज्य सरकार की ओर से मानव तस्करी रोकने के लिए पंजाब ट्रेवल प्रोफेशन

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Jun 2017 05:32 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jun 2017 05:32 PM (IST)
मान्यता तीन को, चल रहे दर्जनों आइलेट्स सेंटर
मान्यता तीन को, चल रहे दर्जनों आइलेट्स सेंटर

सरबजीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब

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राज्य सरकार की ओर से मानव तस्करी रोकने के लिए पंजाब ट्रेवल प्रोफेशनल रेगुलेशन एक्ट बनाया गया है। इसके अधीन हर आइलेट सेंटर को मान्यता लेना अनिवार्य है। मुक्तसर में मात्र तीन सेंटर के पास ही मान्यता है, लेकिन शहर में दो दर्जन के करीब सेंटर चल रहे हैं। जिनके खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। शहर के विभिन्न हिस्सों में दो दर्जन के करीब आइलेट्स सेंटर चल रहे हैं। इनमें से कुछ तो चोरी छिपे ट्रेवल एजेंट का कार्य भी करते हैं। बस स्टैंड के पास, मलोट बाइपास, कोटकपूरा रोड, मलोट रोड, अबोहर रोड, ब¨ठडा रोड पर आइलेट्स सेंटर खुले हुए हैं। इनमें से एक सेंटर की तो फाइल तक रद हो चुकी है और उस पर दो पुलिस केस भी दर्ज हो चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद पुलिस व सिविल प्रशासन ने अभी तक इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

यह है एक्ट

पंजाब ट्रेवल प्रोफेशनल रेगूलेशन एक्ट के अनुसार किसी भी तरह के आइलेट्स सेंटर चलाने, ट्रेवल एजेंट का कार्य करने, टिकट एजेंट का कार्य करने से पहले सरकार से लाइसेंस लेना जरूरी है। इसके बाद ही वह अपना कार्य कर सकता है। यदि ऐसा नहीं करता तो उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जा सकती है।

शिकायत पर भी नहीं कार्रवाई

पुलिस विभाग ने अपने ही कर्मचारी की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाए अभी तक टालमटोल की नीति अपनाई हुई है। मुक्तसर निवासी पुलिस कर्मचारी जसवीर ¨सह ने अपने साथ हुई ठगी के मामले में मुक्तसर के एक सेंटर की संचालिका के खिलाफ पुलिस को शिकायत की थी। पुलिस ने दो केस भी रजिस्टर्ड किए हैं लेकिन अभी तक भी चालान पेश नहीं किया गया। जसवीर ¨सह ने बताया कि इसी मामले में ही मलोट के एसपी भागीरथ मीना ने जांच के बाद चालान पेश करने को कहा था लेकिन अभी तक पुलिस विभाग उसका साथ नहीं दे रहा।

इनसेट

नहीं आई कोई शिकायत : एसएसपी

एसएसपी सुशील कुमार ने अन्य मामलों की तरह इस मामले में भी अज्ञानता जाहिर करते हुए कहा कि उनके पास तो किसी ने शिकायत नहीं की। यदि कोई सेंटर अवैध तौर पर चल रहा है तो वह देख लेंगे। जब उनसे पूछा गया कि एक माह पहले ही डीसी दफ्तर से आपके पास लिखित तौर पर कार्रवाई करने के लिए पत्र जारी हुआ है तो उनका कहना था कि मेरे पास तो पहुंचा ही नहीं। पुलिस कर्मचारी की शिकायत वाली बात पर उनका कहना था कि तीन पुलिस कर्मियों की एक कमेटी बनाई गई है जो जांच कर रही है।

इनसेट

जल्द करेंगे कार्रवाई : डीसी

डीसी डॉ. सुमीत जारंगल का कहना था कि वह पुरानी फाइल जांचकर देखेंगे। यदि किसी के खिलाफ कोई शिकायत होगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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