अगवा लड़कियों के मिलने की छोड़ी उम्मीद
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब : जिले में करीब डेढ़ साल पहले दो गांवों जस्सेआना और बधाई से अगवा
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब : जिले में करीब डेढ़ साल पहले दो गांवों जस्सेआना और बधाई से अगवा हुई दो नाबालिग लड़कियों के परिजनों ने अब उनके मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी है। गरीब परिवार आखिर करते भी तो क्या करते। अपने स्तर पर की गई तलाश में उनका कुछ पता नहीं चला, तो पुलिस ने भी गुमशुदगी रपट दर्ज करने की खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं किया। पुलिस ने अब डेढ़ साल बाद इन दोनों ही मामलों में अगवा का मुकदमा दर्ज किया है। यह केस भी सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बाद दर्ज किए गए हैं। अब अगवा के केस दर्ज किए जाने के बारे में जब शुक्रवार को दैनिक जागरण ने उनके परिजनों को जानकारी दी तो उन्होंने इस पर हैरानी व्यक्त की।
14 मई 2013 को गांव बधाई की अमनदीप कौर पुत्री स्व. नीला सिंह गांव की महिलाओं के साथ मुक्तसर खरीदारी के लिए पहुंची। महिलाएं बाजार से खरीदारी करने में लग गई तो करीब 14 वर्ष की अमनदीप कौर लापता हो गई। काफी तलाश किए जाने के बाद जब उसका कोई पता नहीं चला तो थाना सदर पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने इस मामले में केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट ही दर्ज की। इसके अलावा और कोई कार्रवाई नहीं की। अमनदीप कौर के मामा चरण सिंह कहते हैं कि अब तो उन्होंने उसके मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी है। ऐसी ही निराशा के जस्सेआना काकू सिंह भंगीदास व्यक्त करते हैं। जिनकी भतीजी परमजीत कौर पुत्री गुरा सिंह 15 मई 2013 को गांव जस्सेआना से अचानक लापता हो गई थी। कहां कहां नहीं उसकी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। काकू सिंह बताते हैं कि अब दो तीन दिन पहले पुलिस का फोन आया था। पूछ रहे थे कि परमजीत मिली या नहीं। जब काकू सिंह को बताया गया कि इस मामले में पुलिस ने अब अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं।
विशेष अभियान के तहत तलाश
एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने बताया कि पिछले साल लापता हुई इन लड़कियों के अलावा इस साल भी जो लोग अगवा हुए हैं उनकी विशेष अभियान के तहत तलाश शुरू कर दी गई है।