नारी भी समाज को दे सकती है नई दिशा : साध्वी सुनीता
संवाद सहयोगी, मोगा दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा दोसांझ रोड मोगा स्थित आश्रम में तू है शक्ति स
संवाद सहयोगी, मोगा
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा दोसांझ रोड मोगा स्थित आश्रम में तू है शक्ति समागम का आयोजन किया गया। इसमें साध्वी सुनीता भारती जी ने बड़ी गिनती में उपस्थित जन समूह को बताते हुए कहा कि नारी की स्थिती जितनी मजबुत होगी समाज उतना ही खुशहाल होगा। नारी अपने उत्तम आचरण के द्वारा उत्तम गुणों का संचार कर सकती है।
साध्वी जी ने कहा कि सामाजिक सतर पर नारी का शोषण आज भी हो रहा है। नारी के प्रति जुड़ी धारनाओं ने नारी के स्वरूप को धुंधला किया हुआ है। इस लिए विशव के संपूर्ण विकास के लिए महिलाओं का मुख्य धारा से जुडा होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि नारी की आंतरिक शक्ति जागरूक हो जाए तो वह समाज को एक नई दिशा दे सकती है और ऐसा ही कार्य संस्थान की ओर से संतुलन नामक प्रोजेक्ट के अंर्तगत किया जा रहा है। यदि हम समाज को अच्छा बनाना चाहते हैं तो हमें अपनी सोच को अच्छा बनाना होगा और समाज में पनप रही कुरीतियों के प्रति नारी को स्वंय जगाना होगा। एक बुझा हुआ दीपक कभी भी रोशनी नहीं कर सकता और जगता हुआ दीपक ही रोशनी कर सकता है और ओरों दीयों को भी रोशन कर सकता है। इंसान इस संसार में उस समय जागता है जब उसके जीवन में किसी संत का आगमन होता है वह इन्सान को ऐसी कुरीतियों से मोड़कर उसका ध्यान समाज की भलाई की ओर लगा देते है। इस समय साध्वी आरती भारती जी, साध्वी शामा भारती जी ने भजनों का गायन किया।