पेयजल के 10 सैंपलों में से आठ निकले फेल
संस, मोगा सेहत विभाग द्वारा लाल ¨सह रोड समेत अन्य इलाकों से लिए पीने के पानी के दस सैंपलों में
संस, मोगा
सेहत विभाग द्वारा लाल ¨सह रोड समेत अन्य इलाकों से लिए पीने के पानी के दस सैंपलों में से आठ सैंपल फैल हो गए हैं।
मामले के ध्यान में आते ही सिविल सर्जन डॉ. म¨नदर मिन्हास द्वारा दिए गए आदेशों अनुसार डिप्टी कमिश्नर तथा नगर निगम के अधिकारियों को लिखित तौर पर सूचित कर दिया गया है। जिसकी पुष्टी सिविल सर्जन ने खुद की है।
गौर रहे कि गत सप्ताह लाल ¨सह रोड समेत आसपास के कुछ इलाकों में पीने के दूषित पानी से डायरिया व हैजा के संदिग्ध मरीज मिलने से सेहत विभाग व नगर निगम के अधिकारियों समेत एसडीएम ने प्रभावित इलाके का दौरा किया था। इस कारण जहां सेहत विभाग ने सावधानी तथा इस क्षेत्र में भविष्य में महामारी रोकने के प्रयास करने के साथ-साथ इस क्षेत्र में विशेष तौर पर टीमें गठित करके संदिग्ध मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया था। इसके साथ ही पीने वाले पानी की क्लोरीनेशन भी करवाई गई थी। नगर निगम ने भी इस इलाके में ठोस कदम उठाकर पीने वाले पानी की सप्लाई की पाइपों में सुधार करने के दावे किए थे। वहीं, लोगों को स्वच्छ पीने का पानी मुहैया करवाने के तहत नगर निगम द्वारा टैंकरों से पानी सप्लाई किया जा रहा था। वहीं अब इलाके में सप्लाई किए जाने वाले पानी की क्वालिटी जांचने के लिए सेहत विभाग द्वारा एक बार दोबारा इस इलाके समेत कई अन्य इलाकों में 10 सैंपल लेकर विभाग ने लैब जांच के लिए भेजे थे। जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह बाद विभागीय लैब में पहुंच गई है। लिए गए 10 सैंपलों में से आठ सैंपल फेल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि आज भी उक्त इलाके में पीने के पानी की हो रही सप्लाई से लोग संतुष्ट नहीं हैं। वहां के रहने वाले कई बच्चों समेत बड़े भी पेट दर्द की समस्या से परेशान बताए जा रहे हैं। वहीं, गत दिनों सेहत विभाग द्वारा लिए स्टूल टेस्टों में से तीन महिलाओं के स्टूल टेस्ट भी फैल आए है।