प्रसिद्ध उपन्यासकार जसवंत ¨सह कमल का 98वां जन्म दिन मनाया
संस, अजीतवाल प्रसिद्ध उपन्यासकार जसवंत ¨सह कमल के 98वें जन्म दिन पर गांव ढुड्डीके में साहित्यक समा
संस, अजीतवाल
प्रसिद्ध उपन्यासकार जसवंत ¨सह कमल के 98वें जन्म दिन पर गांव ढुड्डीके में साहित्यक समागम करवाने समय केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा (सेखो) मोगा और पंजाबी लेखक पाठक मंच ढुड्डीके द्वारा उनकों सम्मानित किया गया।
इस मौके पर प्रसिद्ध लेखक बलदेव ¨सह सड़कनामा, डॉ. सुरजीत बराड़, डा. जु¨गदर निराला, पवन हरचन्दपुरी, कुलवंत सराय, व यशवंत ¨सह कमल के अध्यक्ष मंडल में साहित्यक समागम हुआ। इस मौके डा. अरविन्दर कौर ने यशवंत कमल के नावल संसार बारे विचार चर्चा शुरू करते कहा कि कमल समय के बहाव को मुख्य रखकर लिखने वाले श्रेष्ठ उपन्यासकार हैं। संधू वर्याणवी, लेखक भुपिन्दर और डा. तेजस्वी मान ने कहा कि यशवंत कमल की कलम सदा पंजाबी राष्ट्रीयता, कृषि और पंजाबी सभ्याचार और गंभीर रही है। डा. जुगिन्दर निराला और भोला ¨सह संघेड़ा ने कमल को साधारण लोगों में साधारण होकर मिलने वाले लेखक कहा। बलदवे ¨सह सड़कनामा ने जसवंत ¨सह कमल को पंजाबी का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला लेखक कहा। डा. सुरजीत बराड़ ने कहा कि कमल अभी भी बढि़या नावल लिखने की उम्मीद है। पवन हरचन्दपुरी ने कहा कि यशवंत कमल ने हमें हमेशा सीध दी। कुलवंत सराय ने कमल को सूरमें लेखक बताते लेखनी की सराहना की। इस मौके राजिंदर शौकीन, अवतार ¨सह संधू, मेजर ¨सह, तरसेम ¨सह, गुर•ार शौकीन, अमन धुरी, बग्गा ¨सह, अशोक चट्टानी, बहादुर डालवी व तरसेम ¨सह ने अपनी अपनी, रचनाएं पेश की। इस मौके पर जसवंत ¨सह कमल के बेटे सरबजीत ¨सह पोते हरमीत ¨सह, महेंदर ¨सह साथी, अमर सू़फी, जंगीर ¨सह खोखर, कहानीकार अजमेर सिद्धू, उपन्यासकार संत ¨सह का धन्यवाद किया और स्टेज की कार्यवाही प्रसिद्ध लेखक मास्टर हरी ¨सह ने निभाई।