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बीस दिन की गांधीगिरी के बाद 21वें दिन दिखाई दादागिरी

- लाइब्रेरी में अखबार पढ़ने आए लोगों को हुई परेशानी - सफाई सेवक यूनियन की दो टूक - मांगों के समाध

By Edited By: Published: Thu, 11 Feb 2016 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 11 Feb 2016 01:00 AM (IST)
बीस दिन की गांधीगिरी के बाद 21वें दिन दिखाई दादागिरी

- लाइब्रेरी में अखबार पढ़ने आए लोगों को हुई परेशानी

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- सफाई सेवक यूनियन की दो टूक - मांगों के समाधान होने तक नहीं छोड़ेंगे संघर्ष की राह

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परविंदर अरोड़ा, कोटकपूरा

पिछले करीब 21 दिन से वेतन की अदायगी व वेतन से काटी गई जीवन बीमा व बैंक कर्ज की किस्तों की संबंधित खातों में अदायगी की मांग को लेकर हड़ताल पर चल रहे कर्मचारियों के सब्र का बांध बुधवार को आखिर छलक गया। करीब दो महीने से लगाई जा रही गुहार व तीन सप्ताह से चली आ रही हड़ताल के प्रति प्रशासन की बेरुखी के चलते बुधवार को सफाई सेवकों ने एसडीएम कोटकपूरा के प्रवेश द्वार व नगर कौंसिल कार्यालय के दरवाजे के सामने व अंदर बदबूदार कचरे के ढेर लगाकर आने वाले दिनों में संघर्ष को और कड़ा करने के अपने इरादे जगजाहिर कर दिए।

कोटकपूरा के निकास विभाग के कार्यालय के समक्ष पिछले तीन सप्ताह से चल रहे रोष प्रदर्शन के आज 21वें दिन सफाई सेवक यूनियन, म्यूनिसिपल कर्मचारियों व अन्य सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सफाई सेवक यूनियन कोटकपूरा के अध्यक्ष प्रेम कुमार काला ने कहा कि उनकी बार-बार की चेतावनियों के बावजूद प्रशासन व अन्य अधिकारियों के कानों पर जूं तक नही रेगी है। उन्होंने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष सुनीता गर्ग की मध्यस्थता में इसी समस्या को लेकर चंडीगढ़ में निकाय मंत्री के साथ हुई बैठक में भी सिवाए आश्वासनों के उनके पल्ले कुछ नहीं पड़ा है। ऐसे में हर तरफ से निराश सफाई कर्मचारियों के पास सिवाय संघर्ष को और तेज करने के और कोई चारा नहीं बचा है। इस रोष प्रदर्शन के दौरान नगर कौंसिल के अन्य विभागों के कर्मचारियों, रंघरेटा दल जिला फरीदकोट व कांग्रेस के एससी सेल के नेताओं ने भी उन्हे इस संघर्ष में हरसंभव सहयोग व समर्थन देने का एलान किया।

परेशान हुई आम जनता

हड़ताल के 21वें दिन बुधवार को हड़ताल पर चल रहे कर्मचारियों ने, नगर कौंसिल की पब्लिक लाइब्रेरी, तहसील परिसर व नगर कौंसिल कार्यालय के मुख्य गेटों के आगे बदबूदार कचरे के ढेर लगा दिए। लेकिन उनके इस कदम से बंद कमरों में बंद अधिकारियों के बजाय काम के लिए इन कार्यालयों में जाने वाले आम लोगों व समाचार पत्र पढ़ने लाइब्रेरी आए लोगों को ज्यादा बदबू व परेशानी झेलनी पड़ी। उधर, मांगों का कोई सर्वमान्य समाधान न होने पर सफाई सेवक यूनियन के नेताओं ने संघर्ष को और तेज करने की चेतावनी दी है।


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