संतोषी माता मंदिर में आहुतियां डाली
संस, धर्मकोट संतोषी माता मंदिर में बुधवार को पं. सूर्य मोहन शास्त्री ने कार्तिक माह के आरंभ से पू
संस, धर्मकोट
संतोषी माता मंदिर में बुधवार को पं. सूर्य मोहन शास्त्री ने कार्तिक माह के आरंभ से पूर्णिमा तक मंदिर में कथा की और यजमानों से हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई। वहीं, उनकी मनोकामना पूर्ण होने की भगवान से प्रार्थना की।
कथा के समापन समारोह में पं. सूर्य मोहन शास्त्री ने बताया की आज के दिन ब्राह्माणों को भोजन करवाना अति फलदायी होता है। यदि ब्राह्माण न मिलें तो गाय माता का पूजन करे। यदि गाय ना मिले तो पीपल या वट वृक्षो का पूजन करें।
उन्होंने कथा करते बताया कि नारद जी ने कहा कि वृक्षो में पीपल व वट वृक्ष को श्रेष्ठ क्यों माना है । क्योंकि पीपल विष्णु व वट वृक्ष शिव का रूप है । जो पीपल व वट वृक्ष की पूजा करते हैं, उनकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। इस अवसर पर मनोहर लाल, म¨हदरपाल, ¨पकी, र्निमल,नीलम, दर्शना,मधु, पूजा, किरण बाला, ऊषा रजनीश, मालती, सोनिया, आशा, अल्का, संगीता, दिव्या व निर्मला आदि मौजूद थे।